UP Assembly Paan Masala Fine: उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर पान मसाला खाकर थूकने की समस्या बेहद आम है। सरकारी कार्यालयों में, सड़कों पर आपको पान मसाले के दाग देखे जा सकते हैं। यह समस्या न सिर्फ सरकारी कार्यालयों में बल्कि प्रदेश की विधानसभा में भी है। उत्तर प्रदेश की विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना अब इस पर नजर रख रहे हैं। स्पीकर चाहते हैं कि पूरे विधानसभा परिसर में किसी भी जगह पर पान मसाला के दाग ना दिखाई दें क्योंकि इससे इस इमारत की खूबसूरती पर तो दाग लगता ही है, सफाई कर्मचारियों को भी पान मसाले के दाग को हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने विधानसभा परिसर के अंदर पान मसाला खाकर थूकने वालों पर जुर्माना लगाने की घोषणा की है और कहा है कि वह कुछ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने पर विचार कर रहे हैं। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि विधायक और विधानसभा के कर्मचारी परिसर के भीतर पान मसाले या गुटखे का इस्तेमाल न करें।

क्यों लेना पड़ा स्पीकर को एक्शन?

यूपी विधानसभा के मुख्य हाल के प्रवेश द्वार पर पान मसाले के दाग लगे हुए थे। जब विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना की नजर इस पर पड़ी तो वह बेहद नाराज हुए और उन्होंने दाग को साफ करवाया। उन्होंने कहा, ‘क्या हम यही करते रहेंगे लोगों का थूक साफ करते रहेंगे।’ हालांकि पता चल गया है कि यह पान मसाले के दाग किसकी वजह से लगे लेकिन स्पीकर ने कहा कि वह विधायक का नाम नहीं बताएंगे।

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1000 रुपये का जुर्माना लगेगा

इसके बाद स्पीकर ने विधानसभा में पान मसाला और गुटखे के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह स्पष्ट किया गया है कि विधायक या कर्मचारी जो भी पान मसाला चबाते हुए मिलेगा, उस पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। चेतावनी दी गई है कि अगर दूसरी बार भी कोई ऐसा करता हुआ मिला तो उसे सभी के सामने शर्मिंदा किया जाएगा।

विधानसभा का सिक्योरिटी कंट्रोल रूम पान मसाला खाकर थूकने वाले सभी लोगों पर नजर रखेगा। जो एक्स्ट्रा CCTV कैमरे लगाने पर स्पीकर विचार कर रहे हैं, वह इसलिए कि कोनों और दरवाजों के पीछे भी नजर रखी जा सके। पहले जिन डस्टबिन को हटा दिया गया था, उन्हें भी वापस लाया जा सकता है लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि इनका इस्तेमाल लोग पान थूकने के लिए कर सकते हैं।

सफाई कर्मचारी बोले- दाग हटाने में होती है मुश्किल

उत्तर प्रदेश की विधानसभा के कर्मचारियों ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर The Indian Express को बताया कि पान मसाले के दाग हटाना मुश्किल काम है। इसके लिए उन्हें एक केमिकल तैयार करना होता है। यह न सिर्फ दाग को साफ कर देता है बल्कि सारे कीटाणुओं को भी मार देता है। मेन हॉल में पूरी तरह कार्पेट लगे हुए हैं, इसलिए घिसाई के बाद इन्हें मशीन से सुखाया जाता है और हर दाग को पूरी तरह हटाने के लिए ऐसा कम से कम तीन बार करना पड़ता है।

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सफाई कर्मचारियों ने The Indian Express को बताया कि उन्हें दाग छुटाने में सबसे ज्यादा परेशानी वॉशरूम के बेसिन से होती है इसलिए जब विधानसभा का सत्र होता है तब प्रत्येक वॉशरूम के बाहर विशेष कर्मचारियों को तैनात किया जाता है जो लगातार वॉशरूम की सफाई करते हैं।

पिछले कुछ सालों में विधानसभा के परिसर में पान मसाला थूकने की घटनाएं हालांकि कम हुई हैं और इसके पीछे वजह यह है कि सीसीटीवी कैमरे ज्यादा लगाए गए हैं।

सीएम योगी ने भी दिए थे निर्देश

याद दिलाना होगा कि 2017 में जब योगी आदित्यनाथ पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने अपने शुरुआती आदेशों में से एक आदेश यह भी जारी किया था कि सरकारी इमारतों में पान मसाले के दाग न दिखाई दें। मुख्यमंत्री ने पान या पान मसाला खाते या थूकते पाए जाने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया था।

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