उत्तर प्रदेश में शनिवार को होने वाले पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले टिपू सुल्तान मस्जिद के इमाम सैयद मोहम्मद नूर उर रहमान बरकती ने शुक्रवार को लोगों से सपा कांग्रेस के गठबंधन का समर्थन करने की अपील की और भाजपा तथा आरएसएस पर अपनी ‘गंदी राजनीति’ के जरिए चुनाव जीतने की कोशिश करने का आरोप लगाया। बरकती ने यहां टिपू सुल्तान मस्जिद में कहा, ‘उत्तर प्रदेश का चुनाव बहुत अहम है और मैं उप्र के सभी मुसलमानों और धर्मनिरपेक्ष हिन्दू भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वे भाजपा को एक भी वोट नहीं दें।’

आरएसएस और भाजपा को मुसलमानों का ‘दुश्मन’ करार देते हुए इमाम ने कहा, ‘लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि आरएसएस और भाजपा ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को तोड़ा था।’ इमाम ने यह भी कहा कि नोटबंदी का मोदी सरकार का फैसला सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय घोटाला है और उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी की तुलना भी की। आतंकवाद से लड़ने के लिए कुछ मुस्लिम देशों से लोगों के प्रवेश को सीमित करने के ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा ‘मोदी उसी तरह से देश का नाश कर रहे हैं जैसे ट्रंप अमेरिका में कर रहे हैं।’

बता दें, इमाम बरकती ने नोटबंदी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ फतवा जारी किया था। इमाम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘फतवा’ जारी करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने नोटबंदी के जरिए लोगों को ‘ठगा’ है। इसके बाद भाजपा ने इमाम की गिरफ्तारी की मांग की थी। टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम सैयद मोहम्मद नुरूर रहमान बरकती ने कहा, ‘रोजाना लोग परेशान हो रहे हैं और समस्या का सामना कर रहे हैं। मोदी समाज और निर्दोष लोगों को नोटबंदी के जरिए ठग रहे हैं और कोई भी नहीं चाहता कि वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहें।’

उनके बयान को ‘फतवा’ करार देते हुए भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था, ‘हमारी मांग है कि ममता बनर्जी तत्काल उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दें। हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ फतवा बहुत निंदनीय है। जब उन्होंने फतवा जारी किया तो तृणमूल कांग्रेस के सांसद इदरीस अली उनके बगल में बैठे थे।’