यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए प्रदेश में कई राजनीतिक समीकरण बनते दिख रहे हैं। इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी अन्य दलों से गठबंधन करने के लिए संदेश भेज दिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर किसी से साफ तौर पर बात नहीं हुई है अभी, लेकिन हमने सभी को संदेश भेज दिया है।
जिधर जाऊंगा, सरकार उसी दल की बनेगी: ओपी राजभर ने कहा कि, ऐसा लग रहा है कि हमसे गठबंधन करने के लिए पार्टियां परेशान हैं। कई दल आतुर हैं। हमारी जो भी मांगें हैं, उसपर ठोस आश्वासन देने वालों के साथ ही हमारी पार्टी का गठबंधन होगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश में ओपी राजभर के बगैर सरकार नहीं बनेगी। जिसके साथ हमारा मोर्चा जाएगा, राज्य में उसी की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि, ‘हमसे गठबंधन करने की जिम्मेदारी कई दलों के नेताओं को दी गई है। हमारे पास कई लोगों के फोन आ रहे हैं, लेकिन हम किसी का फोन उठा नहीं रहे। बात करने से लोग राय बना लेते हैं।’ बता दें कि मई 2019 में ओपी राजभर ने भाजपा से अलग होने के बाद आगामी चुनाव को देखते हुए AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सहित कई छोटे दलों के साथ मिलकर जनाधिकार संकल्प मोर्चे का गठन किया था।
ओपी राजभर ने कहा है कि, मऊ में 27 अक्टूबर को गठबंधन का ऐलान किया जाएगा। उस दौरान मंच पर वहीं लोग रहेंगे, जिनसे उनकी पार्टी का गठबंधन होगा। हालांकि अभी उनकी पार्टी किसके साथ समझौता करेगी, यह तय नहीं हुआ है।
गठबंधन के लिए ओपी राजभर की शर्तें: समान रूप से स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा मिले, घरेलू बिजली बिल माफ हो, शराबबंदी, पुलिस की बॉर्डर सीमा समाप्त की जाये, 8 घंटे काम करने की सीमा के साथ पुलिस बल को साप्ताहिक छुट्टी मिले, पुरानी पेशन बहाल हो, होमगार्ड, पीआरडी और ग्रामीण चौकीदार को पुलिस के बराबर सुविधा मिले।
पिछले कुछ दिनो में राजभर ने जिस तरह से बयान दिए हैं, उससे माना जा रहा है कि वो भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं। हालांकि वो इसके लिए भाजपा से सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने पर आश्वासन चाहते हैं।