हिंदी अखबार दैनिक जागरण ने उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी को लिखा है कि एग्जिट पोल अखबार की वेबसाइट पर अखबार की अंग्रेजी वेबसाइट के डिप्टी एडिटर वरुण शर्मा की अनुमति से पोस्ट किया गया था। साथ ही कहा है कि उनके खिलाफ इस मामले में उचित कार्रवाई की गई है। सूत्रों के मुताबिक दैनिक जागरण के यूपी में स्टेट एडिटर आशुतोष शुक्ला ने सीईओ को मंगलवार को लिखते हुए यह स्पष्ट किया कि एग्जिट पोल को वेबसाइट पर पोस्ट करने में अखबार की संपादकीय टीम की कोई भूमिका नहीं है।
अन्य संपादकों के साथ ही शर्मा के घर पर भी यूपी पुलिस ने सोमवार रात को छापा मारा था। चुनाव आयोग ने 15 जिलों के चुनाव अधिकारियों को दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारियों के खिलाफ अलग-अलग आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए कहा था। दैनिक जागरण की वेबसाइट पर यूपी के पहले चरण के चुनाव के बाद एग्जिट पोल पोस्ट किया गया था। जागरण के ऑनलाइन संपादक शंशाक शेखर त्रिपाठी को मंगलवार को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें स्थानीय कोर्ट में जमानत मिलने पर छोड़ दिया गया।
इंडियन एक्सप्रेस ने जब शर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने उनके खिलाफ प्रबंधन द्वारा कार्रवाई करने की ना तो पुष्टि की और ना ही इनकार किया। उन्होंने फोन पर कहा, ‘मैं अभी इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। मुझे थोड़ा समय और दो।’ शुक्ला ने किसी भी कॉल और एसएमएस का कोई जवाब नहीं दिया। जागरण ग्रुप के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ संजय गुप्ता से भी संपर्क नहीं हो पाया।
त्रिपाठी को ऑनलाइन संपादक के पद से हटा दिया गया था। रिपोर्ट्स यह भी थी कि प्रबंधन ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। इस्तीफे की खबरों का खंडन करते हुए उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘ना तो मैंने इस्तीफा दिया है और ना ही मुझे इस्तीफे के लिए कहा गया है।’ फीचर संपादक कमलेश रघुवंशी को ऑनलाइन संपादक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। रघुवंशी ने इसकी पुष्टि की, लेकिन उन्होंने और ज्यादा टिप्पणी करने से मना कर दिया।
बता दें, 11 फरवरी को यूपी के पहले चरण के विधानसभा चुनाव के बाद शाम को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एग्जिट पोल पोस्ट किया गया था। एग्जिट पोल में अन्य पार्टियों पर भाजपा की बढ़त दिखाई गई थी। सर्वे में दूसरे नंबर पर बसपा और तीसरे नंबर पर सपा-कांग्रेस के गठबंधन को दिखाया गया था।