केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के अंतर्गत साइकिल रैली कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने साइकिलिंग की और लोगों से साइकिल चलाने की अपील भी की। इस दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा कि, “पर्यावरण संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण विषय है। हमारे मंत्रालय ने साइकिल रैली का आयोजन किया है। हमें साइकिल को बढ़ावा देना चाहिए।”
मीनाक्षी लेखी के साइकिल चलाने को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी खूब कमेंट किए। कई यूजर्स ने पीएम मोदी के उस बयान की याद दिलाई जिसमें उन्होंने साइकिल के माध्यम से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा था। सुनील शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि, “साइकल पर सवार भाजपा की सरकार ,बम वाली बात को जुमला मान कर चले।” जबकि महेश चौधरी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि ,”साइकिल वालों को तो मोदी जी आतंकवाद से जोड़ रहे हैं?”
सोशल मीडिया पर उमेश सिंघल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि, “साइकिल समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह है और आतंकवादियों द्वारा बम रखने के लिए उपयोग किया गया था जैसा कि पीएम ने बताया। इसके स्वास्थ से जुड़े फायदे जनता को भी पता है। आज यूक्रेन में फंसे हमारे विद्यार्थी और अन्य नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने में सहयोग कीजिए।” अमित भंडारी नाम के ट्विटर यूजर ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज करत हुए लिखा कि, “उम्मीद करते हैं कि हमारे प्रिय प्रधानमंत्री इसको देख रहे हों।”
यशोधन गानू नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि, “बीजेपी ने समाजवादी पार्टी पर कब्जा कर लिया।” जबकि राहुल नाम के ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि, “लेकिन उन्होंने साइकिल को क्यों चुना?”
प्रधानमंत्री मोदी ने हरदोई में एक सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने कहा था कि इनका जो चुनाव चिन्ह साइकिल है, उस पर अहमदाबाद में बम रखे गए थे और मैं उस समय गुजरात का मुख्यमंत्री था। मैं भी हैरान था कि ये आतंकी धमाकों में साइकिल का ही इस्तेमाल क्यों करते हैं?