प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन पहले कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर देश भर में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। उनके इस फैसले की देश समेत पूरी दुनिया में तारीफ हुई। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अपील की थी कि लॉकडाउन से पशु-पक्षियों के खाने पर भोजन का संकट आ गया है। उन्होंने लोगों से अपने आसपास के पशुओं का ध्यान रखने के लिए कहा था। प्रधानमंत्री की इस अपील पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रिया जताया था। पर्यावरण संरक्षण के लिए जानी जाने वाली मेनका ने पीएम के ऐलान के कुछ ही समय बाद लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन कर संकट के समय में जानवरों के लिए खाने के इंतजाम की बात कही।

मेनका की इस अपील पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत ही सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिए कि वे जानवरों का खाना खिलाने वाले सभी एनिमल फीडर्स को पेट शॉप से निकालने की अनुमति दें और इसके लिए उन्हें पास जारी किए जाएं।

दूसरी तरफ दिल्ली में कुत्तों को खाना खिलाने के लिए लोग डीसीपी ऑफिस से फीडर पास हासिल कर सकते हैं। वहीं बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने भी इस मामले में मदद करने का आश्वासन दिया है। सिक्किम के मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि एनजीओ और अन्य संस्थाएं सड़कों पर रहने वाले जानवरों को सुबह और शाम सीमित समय के लिए खाना खिला सकते हैं।

गौरतलब है कि मेनका गांधी सांसद होने के साथ लंबे समय से पर्यावरण कार्यकर्ता के तौर पर भी काम कर रही हैं। लॉकडाउन के बाद से वे लगातार ट्विटर के जरिए लोगों को पशुपालन और उनकी खाद्य आपूर्ति पर जानकारी दे रही हैं। उन्होंने मांग की है कि लोग कबूतरों और कुत्तों को खिलाते रहें. यदि ऐसा नहीं होता है तो इस लॉक डाउन के दौरान ये जानवर मर जाएंगे।