Citizenship Amendment Act (CAA): भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में जन जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है। पार्टी ने अपने इस कार्यक्रम में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं को भी उतारने का फैसला किया है। लेकिन डोर-टू-डोर होने वाले इस कैंपेन में बीजेपी अपने ही कुछ बड़े नेताओं के नाम भी भूल गई है। वैसे तो पार्टी के इस कैंपेन में शामिल होने वालों में कुल 42 नेताओं के नाम हैं लेकिन इस लिस्ट में विदेश मंत्री एस जयशंकर, हर्षवर्धन और हरदीप सिंह पुरी जैसे बड़े नेताओं के नाम नहीं हैं। हालांकि पार्टी का कहना है कि जल्दी ही इस लिस्ट में कई और बड़े नेताओं के नाम भी जोड़े जाएंगे।

दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार (03-01-2019) को सीएए के समर्थन में डोर-टू-डोर कैंपेन चलाने का ऐलान किया है। इस कैंपेन को सफल बनाने के लिए पार्टी ने छह सदस्यीय कमेटी भी बनाई है। यह कमेटी पार्टी के जनरल सेकेट्री अनिल जैन से कोऑडिनेट कर काम करेगी। इस पैनेल में सरोज पांडे, अविनाश राय खन्ना राहुल सिन्हा, सुरेश भट्ट और रविंद्र राजू जैसे नेताओं का नाम है।

संवाद कमेटी नाम से बनाए गए दूसरे पैनल पर रैली आयोजित करने, बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करने और मीडिया तक पहुंच बनाने की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा पार्टी के जनरल सेकेट्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में बनाई गई तीसरी कमेटी कि जिम्मेदारी सोसायटी के अलग-अलग लोगों से संपर्क कर नागरिकता कानून के पक्ष में जागरूकता फैलाने की होगी।  यह कमेटी हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और और अलग-अलग राज्यों में करीब 1 लाख बैठकें भी आयोजित करेगी। शुक्रवार को अपने इस देशव्यापी कैंपेन का ऐलान करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। पार्टी ने कांग्रेस पर नागरिकता कानून को लेकर राजनीति करने और लोगों के बीच भ्रम फैलाने का आऱोप लगाया है।

आपको बता दें कि एक इसी तरह का कैंपेन चलाने की जिम्मेदारी आरएसएस से जुड़े संगठनों को भी दिया गया है। यह सभी संगठन देश भर के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में 2,000 सेमिनार का आयोजन कर छात्रों को इस कानून के बारे में बताएंगे।