केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक सफर पर लिखी किताब ‘मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम मोदी के काफी करीबी माने जाने वाले शाह ने इस दौरान उनके व्यक्तित्व के कई पहलुओं का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता के बारे में बात करते हुए शाह ने एक मोर से जुड़ी एक घटना बताई।

उन्होंने कहा कि एक बार पीएम कार्यालय में एक गंभीर विषय पर बैठक चल रही थी कि तभी एक मोर कांच की दीवार पर अपनी चोच मारने लगा। उसने ऐसा लगातार दो-तीन मिनट किया। यह देखने के बाद पीएम ने घंटी बजाई और अपने कर्मचारियों से कहा कि यह भूखा है, इसे दाना दो। तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गतिविधियों से समस्या भांपने को लेकर पीएम की तारीफ की।

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “इतनी गंभीर बैठक में व्यस्त होने के बाद भी मोर के बारे में सोचना, दिखाता है कि वो कितने संवेदनशील हैं।” बता दें कि इस पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में अमित शाह के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे।

“लोगों की भलाई के लिए लेते हैं फैसले”: इस कार्यक्रम में शाह ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी जी के 5 दशक का सार्वजनिक जीवन, एक गरीबी के आंगन से उठकर PM बनने तक का सफर है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हमेशा देशहित में और लोगों की भलाई वाले फैसले लेती है। पीएम मोदी हमेशा दलित, पिछड़े, आदिवासियों के लिए सोचते हैं। उन लोगों के लिए पीएम मोदी के मन में अथाह प्रेम, अथाह संवेदनशीलता हैं।”

शाह ने कहा कि अगर आप गरीबी से निकल कर पीएम बनने के सफर को समझना चाहते हैं तो मोदी को समग्र दृष्टिकोण से देखना होगा।

बता दें कि पीएम मोदी ने 2020 में अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वो अपने आवास पर मोर को खिलाते हुए नजर आ रहे थे। यह वीडियो काफी वायरल भी हुआ था।