ठाणे के बदलापुर में एक नामी स्कूल में महज चार साल की बच्चियों का यौन शोषण करने के मामले को लेकर लोग सड़क पर हैं। ठाणे से लेकर मुंबई तक इस घटना को लेकर बवाल मचा हुआ है। मुंबई में प्रदर्शनकारी लोगों ने लोकल रोककर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर इस मामले में 2 सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। लोगों के विरोध को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इस केस की पैरवी हाई-प्रोफाइल मामलों के वकील उज्ज्वल निकम को सौंपी है।

कसाब को दिलाई थी फांसी

उज्ज्वल निकम 26 नवंबर 2008 मुंबई हमले के एकमात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी दिला चुके हैं। इस अलावा वह अब तक रेप, हत्या और आतंक जैसे गंभीर मामलों में 628 आरोपियों को आजीवन कारावास और 37 को फांसी की सजा दिला चुके हैं। बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य कसाब को नवंबर 2012 में पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी। अब उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने की ओर से उज्ज्वल निकल को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। डिप्टी सीएम कार्यालय की ओर से कहा गया कि “उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की है कि बदलापुर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की तेजी से जांच की जाएगी और मामला फास्ट-ट्रैक कोर्ट में जाएगा। वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को विशेष सरकारी वकील नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।”

क्या है पूरा मामला?

ठाणे के एक स्कूल में टॉयलेट में 4 साल की दो बच्चियों का यौन शोषण किया गया। घटना 13 अगस्त की है। बच्चियों में एक ने 16 अगस्त को मामले की जानकारी परिजनों को दी। इस घटना का खुलासा उस समय हुआ जब एक बच्ची ने 16 अगस्त को स्कूल जाने से मना कर दिया। उसने अपने पेरेंट्स को बताया कि जब वह टॉयलेट का इस्तेमाल करने के लिए गई थी तो आरोपी ने उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ था।

उस बच्ची के पेरेंट्स ने बच्ची की सहेली के मां-बाप से संपर्क किया और उन्होंने बताया कि उनकी बेटी भी स्कूल में जाने से डरती है। फिर इसके बाद उन बच्ची के माता-पिता उन्हें लेकर एक स्थानीय डॉक्टर के पास लेकर गए। इसमें उस डॉक्टर ने बताया कि उन दोनों के साथ में यौन उत्पीड़न किया गया था। पुलिस ने आरोपी को 17 अगस्त को अरेस्ट किया गया। उस पर पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।