भारत में हजारों स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले लोग इस समय भ्रम की स्थिति में हैं। कारण- उनके फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट में अपने आप यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के नाम से टोल फ्री नंबर सेव हो जाना है। ऐसा किस वजह से हुआ है, इस बारे में अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।
लोगों की कॉन्टैक्ट लिस्ट में बिना किसी जानकारी के जो टोल फ्री नंबर दिखाई पड़ रहा है वह – 1800 300 1947 है। बता दें कि यह यूआईडीएआई का पुराना हेल्पलाइन नंबर है। लोगों ने जब इसे अपने फोन पर पाया, तो वे भौंचक्के रह गए और उन्होंने पूरा मामला सोशल मीडिया पर साझा किया। हालांकि, यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर यह नंबर कुल कितने लोगों के फोन पर खुद-ब-खुद सेव हुआ है।
टि्वटर पर एक यूजर ने अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट का स्क्रीनशॉट अपलोड किया, जिसमें यूआईडीएआई का नंबर सेव दिखा रहा था। अन्य लोगों ने भी इस मसले पर शिकायत की और वे अपनी निजता की चिंता जताने लगे। लोग बोले कि ये नंबर उनके फोन में कहां से आया, उन्हें भी मालूम नहीं है। एजेंसियां अगर इस तरह ये नंबर लोगों के फोन में भेज सकती हैं, तो वह बाकी चीजें भी लोगों के फोन तक पहुंचा सकती हैं।
वहीं, फ्रेंच सिक्योरिटी एक्सपर्ट एलियॉट एंड्रसन ने टि्वटर पर यूआईडीएआई को टैग करते हुए पूछा, “विभिन्न कंपनियों के सिम इस्तेमाल करने वाले ढेर सारे लोगों ने पाया कि आपका फोन नंबर उनकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में अपने आप आ गया। ऐसे लोगों के पास आधार कार्ड है भी और नहीं भी। उन्होंने एमआधार की ऐप्लीकेशन डाउनलोड की भी है और कुछ ने नहीं भी की है। ऐसे में उनके फोन में ये नंबर कैसे आया, आप यह बताएंगे?”
उधर, आधार की ओर से कहा गया है कि सर्विस ऑपरेटर्स को उसकी तरफ से कोई निर्देश नहीं दिया गया है। सफाई में यह भी बताया गया है कि जो नंबर लोगों के फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट में दिख रहा है, वह यूआईडीएआई का हेल्पलाइन नंबर नहीं है। उसका टोल फ्री नंबर तो 1947 है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस का दावा है कि 1800 300 1947 यूआईडीएआई का पुराना टोल फ्री नंबर था, जो कुछ समय पहले बदला जा चुका है।