नई दिल्ली। भाजपा प्रमुख अमित शाह पर परोक्ष हमला बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने राजनाथ सिंह से कहा था कि वे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक भाजपा अध्यक्ष बने रहें। उद्धव ने कहा कि अगर कमान राजनाथ सिंह के हाथ में रहती तो गठबंधन नहीं टूटता। उन्होंने कहा-‘मैंने राजनाथ सिंह से कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक भाजपा अध्यक्ष बने रहें। यदि वे होते तो हम लोगों को साथ रखते।’
ठाकरे ने एक चैनल से कहा-‘मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नामित करने के लिए भाजपा संसदीय बोर्ड के फैसले से एक दिन पहले उन्होंने मुझे यह बताने के लिए फोन किया था कि उनके नाम की घोषणा होगी और उन्होंने हमारा समर्थन मांगा। मैंने इसका समर्थन किया। वे ऐसे व्यक्ति हैं जो चीजों को जोड़कर रख सकते हैं।’ उन्होंने कहा-‘मैंने आडवाणी जी तक को, जो कुछ हो रहा था उसके बारे में बताने के लिए फोन किया और उन्होंने भी यह कहा कि अगर गठबंधन टूटता है तो यह सही नहीं होगा। मैंने उनसे कहा कि अगर गठबंधन टूटता है तो कृपया मुझे माफ कर दें।’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस प्रकार अमित शाह ने कोल्हापुर में एक रैली में कहा था कि महाराष्ट्र में अगली सरकार भाजपा की होगी, उससे यह स्पष्ट था कि भाजपा शिवसेना को सहयोगी के रूप में नहीं चाहती। शिवसेना नेता ने कहा कि पहले भी ऐसा हुआ है कि गठबंधन में तनाव था, लेकिन दिवंगत प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे जैसे समझदार नेताओं को पता था कि चीजों को कितना खींचना है।
उन्होंने कहा-‘मेरी मंशा कभी भी गठबंधन को तोड़ने की नहीं थी। जब महाजन और मुंडे गठबंधन संबंधी मुद्दों को देख रहे थे तो चीजें अच्छी थीं। जब दिल्ली से नियुक्त किए गए लोग आए और उन्होंने बातचीत शुरू की तो चीजें गलत होती चली गईं।’ उद्धव ने कहा-‘अमित शाह ने मुझे बताया कि ओम माथुर को बातचीत के लिए नियुक्त किया गया है। माथुर ने कहा कि हमें संसदीय बोर्ड ने कहा है कि या तो बराबर या कुछ नहीं। मैंने उनसे कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड आपकी सीटों का फैसला कर सकता है, मेरी नहीं।’
नरेंद्र मोदी सरकार में शिवसेना की ओर से एकमात्र मंत्री अनंत गीते के इस्तीफे के मुद्दे पर ठाकरे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से इस बारे में बात करेंगे।