‘पेशे से वकील होने के नाते आपकी विचारधारा कठोर है क्योंकि आप क्रिमिनल केस लड़ते है जो विभिन्न अदालतों में अलगाववादियों के खिलाफ विचाराधीन हैं।’

‘विषय है… आप बार एसोसिएशन का दुरुपयोग कर रहे हैं जिसे संवैधानिक प्रणाली में दिए गए दर्जे के मुताबिक सम्मान के साथ माना जाता है।’

ये उन आरोपों में से एक हैं जो घाटी में चोटी के दो वकीलों के खिलाफ लगाए गए हैं। इनमें श्रीनगर स्थित जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां अब्दुल कय्युम भी शामिल हैं, जिनके खिलाफ पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाया गया है। इनके परिवारों ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाएं दायर की हैं जिनकी सुनवाई अब जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट में हो रही है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के मुताबिक चार वकीलों को पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनमें नजीर अहमद रोंगा मुरादाबाद की सेंट्रल जेल में हैं और मियां कय्युम को आगरा सेंट्रल जेल भेजा गया है। अनंतनाग बार अध्यक्ष फयाज अहमद सोदागर और बारामुला बार अध्यक्ष अब्दुल सलीम राठेर को भी पीएसए के तहत गिरफ्तार किया गया है।

नजीर अहमद रोंगा (55)
रोंगा के खिलाफ जारी आदेश में कहा गया कि वो ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC-M) ग्रुप से जुड़े हैं जिसका एक अलगाववादी संगठन से संबंध हैं। ऑर्डर में कहा गया, ‘चूंकि आप अलगाववादियों की विचारधारा के पक्ष में थे और हुर्रियत (एम) में शामिल हो गए। पेशे से वकील होने के नाते आपकी विचारधारा कठोर है क्योंकि आप आपराधिक मामलों की देखरेख कर रहे थे जो अलगाववादियों के खिलाफ विभिन्न अदालतों में विचाराधीन है। इसमें आगे कहा गया कि रोंगा जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्ज देने वाले अनुच्छेद 370 और 35A के अधिकतर प्रावधान निरस्त करने के खिलाफ बहुत मुखर थे और प्रदेश को दो हिस्सों में भी बांटने का विरोध किया था। आदेश में कहा, ‘आपने इसके खिलाफ कई विरोध मार्चों का नेतृत्व किया और श्रीनगर जिले के भीतर सार्वजनिक व्ययवस्था में समास्याएं पैदा कीं।’

मियां अब्दुल कय्युम (75)
दस्तावेज के मुताबिक श्रीनगर में विभिन्न कानूनों के तहत दर्ज विभिन्न मामलों में कय्युम की सक्रिय भागीदारी का प्रतिकूल रिकॉर्ड है। दस्तावेज में कहा गया, ‘मियां अब्दुल कय्युम अलगाववादी विचारधारा के सबसे कट्टर पैरोकारों में से एक के रूप में उभरे हैं। उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है और पाकिस्तान से संबंध रखने के लिए इसे भारत से अलग किया जाना चाहिए। भाषणों, अपीलों में वह बार-बार सार्वजनिक रूप से यह बात व्यक्त कर चुके हैं। दस्तावेज में कहा कि इस मकसद को पूरा करने के लिए कय्युम बार एसोसिएशन का दुरुपयोग कर रहे हैं।