पिछले साल नवंबर में हवा में बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया था। इंडिगो के दो विमान हवा में उड़ रहे थे और दोनों आपस में टकराने से बच गए थे। इस घटना की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) कर रहा है। रिपोर्ट में सामने आया है कि दोनों विमानों के बीच तय मानक से कम दूरी थी।
इस घटना से संबंधित AAIB की एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार दोनों विमानों ने 17 नवंबर को अलग-अलग रनवे से उड़ान भरी। इस बीच एक विमान अपने रास्ते से भटक गया, जिसकी वजह से टकराव की स्थिती बन गई। हालांकि जैसे ही दोनों विमान करीब आये तुरंत ट्रैफिक अलर्ट बचाव प्रणाली (Traffic collision avoidance system) सक्रिय हो गया और बड़ा हादसा होने से बच गया।
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार 17 नवंबर 2023 को इंडिगो के एयरबस A321 6E-2113 ने हैदराबाद के लिए उड़ान भरी थी। इसके अलावा दूसरे एयरबस A320 6E-2206 ने रायपुर के लिए उड़ान भरी थी। 6E-2113 को रनवे 27 से उड़ान भरने की अनुमति मिली थी और इसने 12.31 PM पर उड़ान भरी। एटीसी से इसे 8000 फीट तक ले जाने की अनुमति थी। लेकिन इसी दौरान एटीसी को पता चला कि विमान लेफ्ट साइड की ओर जा रहा और यह रनवे 29R का टेक-ऑफ रूट था।
इसी दौरान रायपुर जाने वाले 6E-2206 को भी एटीसी से अनुमति मिली और इसने रनवे 29R से टेक ऑफ किया। इसे 4000 फीट तक जाने की अनुमति थी।6E-2206 एटीसी के नियमों का पालन करते हुए उड़ान भरा था और इसी दौरान दूसरा विमान उसके करीब आ गया। इसी दौरान ट्रैफिक अलर्ट बचाव प्रणाली सक्रिय हो गई। इसके बाद दोनों विमान एक दूसरे से दूर हुए और आगे बढ़े।
तय मानकों के अनुसार उड़ान के दौरान दो विमानों के बीच वर्टिकल दूरी कम से कम एक हजार फीट की होनी चाहिए। इस घटना में यह दूरी एक हजार से कम हो गई। रिपोर्ट में यह दूरी 400 फीट तक पहुंच गई थी। हालांकि यह गलती एटीसी के कारण हुई या फिर पायलट के कारण, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।