पश्चिम बर्द्धवान जिले में बीजेपी के सूबा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और दिलीप घोष के सामने ही भाजपा के दो गुट आपस में भिड़ गए। पश्चिम बंगाल बीजेपी में किस कदर खींचतान चल रही है यह बात मारपीट की घटना से सामने आ गई। हालांकि, दिलीप घोष और मजूमदार ने आरोप लगाया कि इसे तृणमूल कांग्रेस के एजेंटों ने अंजाम दिया। उनका दावा है कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता और नेता राज्य के नए नेतृत्व के साथ एकजुट हैं।

दोनों नेता पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कटवा के दईहाट आए थे। वहां एक समूह ने दिलीप घोष के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका आरोप था कि जब पार्टी के आम कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस के हमले का सामना कर रहे थे तब उनकी मदद नहीं की गई। दिलीप घोष सितंबर तक बंगाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष थे।

पीटीआई की खबर के मुताबिक उस दौरान वहां मीडिया भी मौजूद थी। जब हल्ला-गुल्ल मीडिया के समक्ष भी जारी रहा तभी दूसरे गुट ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने की कोशिश की। इस दौरान उनके बीच धक्का-मुक्की के साथ-साथ हाथापाई और एक दूसरे पर कुर्सियों को फेंकने की घटना हुई। हालांकि, कुछ जिला स्तर के नेताओं की कोशिश से स्थिति समान्य हो सकी। इस दौरान पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और सुकांत मजूमदार मंच पर बैठे रहे।

गौरतलब है कि बंगाल असेंबली चुनाव में हार के बाद भाजपा नेता पार्टी से अलग हो रहे हैं। इनमें से अधिकतर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। मजूमदार ने कहा कि बैठक में समस्या खड़ी करने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने अपने एजेंट भेजे थे। उनकी पहचान कर ली गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर हमारा कार्यकर्ता इसमें शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दिलीप घोष ने भी कहा जो प्रदर्शन कर रहे थे, वो तृणमूल से बीजेपी में आए हैं।

उधर, तृणमूल ने भाजपा के आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि बीजेपी के भीतर की लड़ाई अब सार्वजनिक हो गई है। वो मदभेदों और अपने घर को ठीक नहीं रख पा रहे हैं और तृणमूल पर आरोप लगा रहे हैं। गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद मजूमदार और दिलीप घोष पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे है। बीजेपी नेताओं में जोश को कायम रखने के लिए दोनों नेता बंगाल में घूम रहे हैं।