जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पिछले सप्ताह कथित तौर पर आतंकवादी हमले का नाटक रचने वाले भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ताओं और उनके दो निजी सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता इशफाक मीर तथा बशारत अहमद और सुरक्षाकर्मियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी सुरक्षा बढ़वाने के लिये सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर शुक्रवार रात कुपवाड़ा के गुलगाम में हमला करवाया और इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के बेटे इशफाक के हाथ में चोट आई। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा था कि इशफाक एक सुरक्षा गार्ड की ओर से गोली चलाए जाने के दौरान घायल हो गया था।
गौरतलब है कि इशफाक अहमद भाजपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के बेटे हैं। घटना के बाद, पार्टी ने मीर, उनके बेटे और बशारत अहमद को निलंबित कर दिया और आगे की कार्रवाई तय करने के लिए एक आंतरिक जांच शुरू की है। वहीं मीर शोपियां जिले के वाची में सरपंच (ग्राम प्रधान) थे। उन्होंने 2014 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था।
अधिकारियों ने कहा कि लगातार पूछताछ के बाद, आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अधिक सुरक्षा पाने के लिए हमला करवाया था। इन सभी को सोमवार को कुपवाड़ा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि ड्रोन ने आतंकी समूहों से सुरक्षा खतरों में एक नया आयाम जोड़ा है और पिछले महीने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर हमले की जांच में पाकिस्तान के आयुध कारखाने जैसे सरकार समर्थित तत्वों और सरकार से इतर तत्वों की संलिप्तता दिखाई देती है।उन्होंने बताया कि अतीत में सीमा पार से ड्रोन का इस्तेमाल भारतीय क्षेत्र के अंदर मुद्रा, हथियार और गोला-बारूद गिराने के लिए किया गया तथा आतंकी गतिविधियों में मानव रहित विमानों (यूएवी) की शुरुआत के साथ इस नए और उभरते खतरे को असरदार तरीके से निष्प्रभावी करने के प्रयासों की आवश्यकता है।
(भाषा इनपुट के साथ)