भारत में खालसा एड के फाउंडर रविंदर सिंह उर्फ रवि सिंह के ट्विटर अकाउंट को बैन कर दिया गया है। इसकी जानकारी रवि सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट के जरिए दी। उन्होंने इसके साथ ही ट्विटर पर बैन हो चुके अकाउंट का स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया है। साथ ही उन्होंने भाजपा पर निशाना भी साधा है। उन्होंने पोस्ट में लिखा भाजपा की अगुवाई में यह लोकतंत्र का असल चेहरा है।

रवि सिंह ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि भारत में मेरे ट्विटर अकाउंट को बैन किया गया है। बीजेपी के नेतृत्व में लोकतंत्र का यह असली चेहरा है। उन्होंने लिखा कि सिख सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बैन लगाने से हमें अपनी आवाज उठाने से नहीं रोका जा सकेगा!, हमारी आवाज और बुलंद होगी।”

आपको बता दें कि खालसा एड यूनाइटेड किंगडम स्थित एक गैर-सरकारी संगठन है जोकि 2020 में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में किसानों के विरोध को समर्थन देने वाले प्रमुख संगठनों में शामिल था। इसने भारत के बाहर किसान आंदोलन के प्रति ध्यान आकर्षित करने में मदद की थी। इसके स्वयंसेवकों ने किसानों के लिए भोजन(दिल्ली में निशुल्क लंगर) और अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था करने में भी मदद की।

किसान आंदोलन के अलावा खालसा एड ने युद्ध प्रभावित सीरिया में राहत कार्य, 2016 की लंदन बाढ़ में और बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर रोहिंग्याओं के लिए शरणार्थी शिविर स्थापित करने के लिए भी काम किया। कहा जा रहा है कि सगंठन ने यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के दौरान भी वहां लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया है।

2021 में खालसा एड को दुनिया भर में किए गए मानवीय कार्यों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। यह नामांकन कनाडा के राजनेताओं द्वारा सार्वजनिक कार्यालय, टिम उप्पल, पैट्रिक ब्राउन और प्रबमीत सिंह सरकारिया द्वारा किया गया था।

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खालसा एड की स्थापना साल 1999 में हुई थी। यह गैर-लाभकारी संगठन है आपदाओं के समय दुनियाभर में मदद मुहैया कराने का काम करता है।