पांच राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भड़काऊ भाषण देने का सिलसिला जारी है। हरिद्वार धर्म संसद से लेकर एआईएमआईएम चीफ ओवैसी तक के हेट स्पीच तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। इसे लेकर हर जगह बहस जारी है। इसी तरह के एक टीवी डिबेट में जब पैनलिस्ट ने ओवैसी को गिरफ्तार करने की चुनौती दी तो बीजेपी प्रवक्ता उन्हें इससे संबंधित प्रक्रिया समझाने लगे।
दरअसल रिपब्लिक भारत पर इन्हीं भड़काऊ भाषणों को लेकर एक डिबेट चल रहा था। जिसमें एंकर अर्णब गोस्वामी ने सवाल उठाते हुए कहा कि किसने ओवैसी को मुस्लिमों को भड़काने का लाइसेंस दिया है। इसपर सपा प्रवक्ता ने सीधे तौर पर बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी को ओवैसी को गिरफ्तार करने की चुनौती दे दी। एंकर भी सपा प्रवक्ता की चुनौती के समर्थन में उतरते दिखे और सुंधाशु से इसी सवाल पर जवाब मांग लिया।
इस सवाल के जवाब में बीजेपी नेता कानूनी प्रक्रिया समझाने लगे। सुधांशु त्रिवेदी इस दौरान इस सवाल का सीधे जवाब देते हुए नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि कार्रवाई होगी, कानूनी कार्रवाई भी होगी। बीजेपी नेता इस सवाल पर उल्टे सपा नेता को ही घेरने की कोशिश करने लगे।
बता दें कि ओवैसी ने यूपी चुनाव के लिए जनसमर्थन जुटाने के दौरान एक रैली में कहा था कि मोदी-योगी के जाने के बाद पुलिस को बचाने के लिए कौन आएगा। इसका वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो में ओवैसी कह रहे थे- मुसलमान वक्त खराब होने के चलते खामोश जरूर हैं लेकिन याद रखना हम तुम्हारे जुल्म को भूलने वाले नहीं हैं। अल्लाह अपनी ताकत के जरिए तुमको नेस्तनाबूत करेगा, इंशाअल्लाह। हालात बदलेंगे, तब तुमको बचाने कौन आएगा? जब योगी अपने मठ में चले जाएंगे और मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे तब कौन आएगा”?
ओवैसी के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ने निशाना साधा था। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद ओवैसी ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने ना तो हिंसा के लिए लोगों को उकसाया है और ना ही धमकी दी है। मेरे वीडियो को काटकर दिखाया जा रहा है।