लंबे समय से पंजाब की जेल में बंद रहा यूपी का माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अब यूपी की बांदा जेल में पहुंच चुका है। इसके पहले कई बार यूपी पुलिस उसको लाने पंजाब गई थी, लेकिन उसे आने नहीं दिया गया। आरोप है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार उसको संरक्षण दे रही थी।

इसको लेकर टीवी चैनल न्यूज-24 पर एंकर मानक गुप्ता ने पूछा कि पंजाब सरकार माफिया डॉन को क्यों बचाना चाहती है। जब कोर्ट का आर्डर है और यूपी की अदालतों में उसके खिलाफ दर्जनों मामले चल रहे हैं, उसको आए बिना उस पर सुनवाई नहीं हो सकती है तो पंजाब सरकार उसको जाने क्यों नहीं देती है? इस पर भाजपा के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि मुख्तार अंसारी यूपी इसलिए नहीं आ पा रहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता उसे अपने वोट बैंक के लिए उसे बचाने में लगे हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उसको बचाने के लिए पंजाब सरकार को बकायदा निर्देश दे चुके हैं। इसलिए वह यूपी नहीं आ रहा है।

उन्होंने इस आरोप का खंडन किया कि यूपी में उसके एनकाउंटर की आशंका है या पुलिस की गाड़ी पलट जाती है। कहा कि माफिया डॉन और अपराधियों को लाने वाले पुलिस के ड्राइवर कई बार तनाव में होते हैं, इसलिए हादसे हो जाते हैं। कहा कि योगी सरकार का साफ निर्देश है कि अपराधियों को लाने वाली गाड़ियों के ड्राइवर सुरक्षित गाड़ी चलाएं।

उधर, यूपी के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने दावा किया है कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाने के बाद योगी सरकार अब माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद को गुजरात से उत्तर प्रदेश लाएगी। शुक्ल ने गुरुवार को बलिया में संवाददाताओं को बताया कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब सरकार के तमाम तिकड़म के बावजूद योगी सरकार उत्तर प्रदेश लाने में सफल हो गई है। अंसारी के बाद अब माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद के लिए प्रयास तेज होगा।

उन्होंने कहा, “अतीक अहमद अभी गुजरात की जेल में है। उसका समय भी अब निश्चित रूप से आयेगा। उसने उत्तर प्रदेश के लोगों को परेशान किया है। लोग ऐसे अपराधियों को सजा दिलाना चाहते हैं।” शुक्ल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसे अपराधियों को प्रदेश में लाकर अदालत के माध्यम से सजा दिलाई जाए।

गौरतलब है कि रंगदारी मांगने के एक मामले में पंजाब की रोपड़ जेल में करीब दो साल से बंद रहे मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश की बांदा जेल लाया गया। पूर्व सांसद अतीक अहमद भी मुख्तार की ही तरह आपराधिक छवि वाले हैं।