राजस्थान के बारां जिले में अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान रविवार शाम को थम गया। इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। यह उपचुनाव मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।

अंता सीट पर मतदान 11 नवंबर को होगा जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।

प्रचार का शोर थमने से पहले राजस्थान में सरकार चला रही भाजपा व कांग्रेस ने रोडशो व सभाएं कीं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अजीतपुरा बालाजी से सीएडी चौराहा, पीडब्ल्यूडी तिराहा होते हुए ब्रह्मपुरी बालाजी तक भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन के समर्थन में रोड शो किया। शर्मा ने अपनी सरकार के कामों का जिक्र किया।

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भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस सहित अन्य उम्मीदवारों पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘आज जो पैसे बांट रहे हैं, वो कल तक गला काट रहे थे। ऐसे लोगों को यहां की जनता कभी माफ नहीं करेगी और इस बार अंता की जनता जरूर सबक सिखाएगी।’ रोडशो में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा भी मौजूद थे।

कांग्रेस की ओर से भी प्रचार के अंतिम दिन शक्ति प्रदर्शन किया गया। अंता-मांगरोल में आयोजित जनसभा को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली व अन्य नेताओं ने संबोधित किया।

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पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने X पर लिखा, ‘आने वाली 11 नवंबर को होने जा रहे उपचुनाव में मतदान में अंता- मांगरोल की जनता (कांग्रेस उम्मीदवार) प्रमोद जैन भाया को जिताकर यहां की विकास यात्रा को आगे बढ़ाएगी।’ कांग्रेस की ओर से रोडशो भी निकाला गया।

अंता सीट पर 2.27 लाख मतदाता हैं और यहां मीणा, माली, गुर्जर और धाकड़ समुदाय के मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है। बीजेपी ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अलग-अलग जातियों के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों को चुनाव प्रचार में उतारा।

नरेश मीणा से मिल रही चुनौती

बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही यहां निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा से कड़ी चुनौती मिल रही है। कांग्रेस के लिए मुश्किल बागी उम्मीदवार नरेश मीणा हैं। मीणा की अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं और युवाओं के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है। नरेश मीणा के लिए लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने चुनाव प्रचार किया।

बीजेपी विधायक कंवर लाल मीणा को 20 साल पुराने एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया था और अंता सीट खाली हो गई थी। पिछले विधानसभा चुनाव में प्रमोद जैन भाया अंता सीट पर कंवर लाल मीणा से हार गए थे। जैन इस सीट से तीन बार विधायक रहे हैं।

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