राजद्रोह के आरोपी और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी कार्यकर्ता शरजील इमाम को बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। रिमांड पर भेजने से पहले शरजिल को मेडिकल के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। दिल्ली लाए जाने से पहले बिहार के पटना स्थित एक थाने में शरजील रात भर सो नहीं सका और करवट बदलते हुए ही गुजार दी। इस दौरान उसने कई बार पानी और चाय भी पी। बता दें शरजील को मंगलवार दोपहर जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली लाया जाना था लेकिन जहानाबाद से पटना पहुंचने में काफी समय लग गया जिसके बाद उसे एक महिला थाने में ही रात गुजारनी पड़ी।
दिल्ली लाने के बाद पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में पेशी से पहले वकीलों ने उसके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वकीलों ने इस दौरान शरजील को फांसी पर लटकाने की मांग की। इमाम को मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के समक्ष पेश किया गया। कुछ वकीलों के हाथों में इस दौरान शरजील को ‘देशद्रोही’ बताने वाले पोस्टर भी थे। वकीलों ने ‘शरजील इमाम को फांस दो’ के नारे भी लगाए। हालांकि इस दौरान एहतियातन भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया था।
शरजील कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के बाद से फरार था। शरजील के सीएए के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान दिए गए कथित भाषण के कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उस पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। भाषण में उसे यह कहते हुए सुना गया कि असम और पूर्वोत्तर को भारत से ‘काटना’ है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एएमयू परिसर में भाषण देने के लिए उस पर इन्हीं आरोपों में मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ 25 जनवरी को मामला दर्ज किया था।

