Train Derail Near Vrindavan Road Station: सूरतगढ़ विद्युत संयंत्र के लिए कोयला ले जा रही एक मालगाड़ी के 25 डिब्बे बुधवार को यहां वृंदावन के निकट पटरी से उतर गए। आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि पटरी से उतरने के कारण तीन रेल लाइनों पर यातायात बाधित हुआ। ट्रेन आगरा से दिल्ली जा रही थी।

आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि सूरतगढ़ विद्युत संयंत्र (राजस्थान) में कोयला ले जा रही ट्रेन के 25 डिब्बों को वृंदावन यार्ड के बाद आगे बढ़ाया गया। हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या इसका पहले की ऐसी घटनाओं से कोई संबंध है या इसमें कोई तोड़फोड़ की गई है, तो उन्होंने कहा कि पटरी से उतरने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मचारी पटरी से उतरने के कारण बाधित मार्गों को साफ करने की कोशिश कर रहे हैं।

ASP अरविंद कुमार ने बताया कि दिल्ली जाने वाली एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने की सूचना मिली थी। जिन डिब्बों में कोयला लदा हुआ था वो पटरी से उतरी है। सभी लोग मौके पर मौजूद हैं। रेलवे की टीम मामले की जांच कर रही है। कोई जनहानि नहीं हुई है।

बिहार में ट्रेन पटरी से उतरी

देश में बुधवार को यह दूसरी ट्रेन दुर्घटना थी। इससे पहले बुधवार शाम करीब 5 बजे बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में नारायणपुर अनंत यार्ड के पास एक मैकेनिकल रेक के चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ शारस्वती चंद्रा ने पीटीआई को बताया कि दुर्घटना के बाद 10 से अधिक ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा और कुछ को बीच में ही रोकना पड़ा । उन्होंने कहा कि इस घटना के कारण इस मार्ग पर रेल यातायात बाधित हुआ है। सेवाएं बहाल करने के लिए मैकेनिकल और अन्य तकनीकी कर्मचारी काम पर लगे हुए हैं।

लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश

ट्रेन दुर्घटनाओं से बचने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने सभी 17 जोनों के महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर उनसे डेटा लॉगर नामक उपकरण द्वारा तैयार की जाने वाली तकनीकी रिपोर्टों की दैनिक आधार पर निगरानी करने को कहा है। स्टेशनों पर डेटा लॉगर लगाया गया है और यह ट्रेन परिचालन के साथ-साथ सिग्नल प्रणाली के सभी पहलुओं का वास्तविक समय डेटा रिकॉर्ड करता है। यह उस स्थिति में अपवाद रिपोर्ट तैयार करता है, जब स्टेशन मास्टर यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने में विफल रहता है कि कोई ट्रेन उसी ट्रैक पर न आ जाए, जिस पर पहले से ही कोई अन्य ट्रेन चल रही है।