प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंगलवार (5 जुलाई) को बड़े बदलाव हो सकते हैं। माना जा रहा है कि इस बदलाव का फैसला यूपी चुनाव के मद्देनजर लिया गया है। ऐसे में पार्टी चाहेगी की साफ छवि के नेताओं को आगे करके प्रदेश में अपनी स्थिति को मजबूत करे। ऐसे में बीजेपी को ऐसे नेता चाहिए जिनकी छवि साफ हो और वे मशहूर भी हों, पर बीजेपी की परेशानी यह है कि जो नेता यूपी समेत देश भर में मशहूर हैं उनकी छवि लोगों ने सामने अच्छी नहीं है। जानिए ऐसे ही कुछ सांसदों के बारे में-
योगी आदित्यनाथ: इस लिस्ट में सबसे पहले नाम योगी आदित्यनाथ का आता है। वह गोरखपुर से सांसद हैं। उनके बयानों की वजह से कई बार उनकी आलोचना होती रही है। ऐसे में अगर उन्हें मंत्री बनाया गया तो बीजेपी घिर सकती है। वैसे योगी का नाम तो सीएम पद की दावेदारी में भी है।
साक्षी महाराज: यूपी के उन्नाव से बीजेपी सांसद हैं। हिंदुत्व को बढ़ावा देने को लेकर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा था, ‘हिंदुत्व की रक्षा के लिए हर हिंदु महिला को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए।’
हेमा मालिनी: यूपी के मथुरा से सांसद हैं। हेमा मालिनी जब से सांसद बनी हैं विवादों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा है। डांस स्कूल को लेकर मिली सस्ती जमीन, एक्सिडेंट के बाद बच्ची को मरने के लिए छोड़ जाना, मथुरा में दंगों के वक्त शूट की फोटो पोस्ट करने के लिए वे विवादों में रही हैं।
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संजीव बालयान: वह यूपी के उस मुजफ्फरनगर से सांसद हैं जहां पर 2013 में बड़ा दंगा हुआ था। संजीव बालयान ने एक बार आजम खान को ‘आंतकवादी’ भी कह दिया था।
राम शंकर कठेरिया: यूपी के आगरा से सांसद हैं। कठेरिया इस वक्त केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री भी हैं। वह भी हिंदुत्व के अजेंडे को मजबूत करने के लिए विवादित बयान देते रहे हैं। कैराना के मामले में उन्होंने हिंदुओं से अपनी ‘ताकत’ दिखाने के लिए कहा था।
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