सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को दिवाली के लिए दिल्ली-एनसीआर में ग्रीन पटाखों की बिक्री और उन्हें फोड़ने की अनुमति दे दी। केंद्र और दिल्ली सरकार के संयुक्त अनुरोध को स्वीकार करते हुए सीजेआई बीआर गवई और जस्टिस के विनोद चंद्रन की पीठ ने हरित पटाखों पर प्रतिबंध में ढील दी। साथ ही अदालत ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और एनसीआर के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PCB) को दिवाली के दौरान प्रदूषण स्तर की निगरानी करने और उसके समक्ष रिपोर्ट दाखिल करने को कहा।
ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंच जाता है जिसके चलते लोगों में सांस से संबंधित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। दिल्ली में इस हफ्ते से AQI खराब स्तर पर पहुंच गया वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी एक्यूआई मध्यम स्तर पर है। आइए जानते हैं देश के सबसे प्रदूषित शहर कौन से हैं और कितना है उनका एक्यूआई।
दिल्ली-मुंबई में बढ़ा AQI
उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत से मानसून की वापसी और सर्दियों के करीब आने के साथ गिरती वायु गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों के लिए, चिंता और भी बढ़ जाती है क्योंकि इन राज्यों में आमतौर पर सर्दियों के दौरान भारत में सबसे ज़्यादा AQI होता है। बुधवार सुबह 9:38 बजे, उत्तर प्रदेश के नगली बहरामपुर में सबसे ज़्यादा AQI दर्ज किया गया। निजी वायु गुणवत्ता ट्रैकर aqi.in के अनुसार, नोएडा के नगली बहरामपुर में खतरनाक AQI 359 दर्ज किया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के हापुड़ (324) और ग्रेटर नोएडा (324) का स्थान रहा। वास्तव में, ये न केवल भारत में बल्कि विश्व में सबसे प्रदूषित वायु वाले टॉप 10 शहर हैं। सबसे प्रदूषित हवा (और उच्चतम AQI) वाले टॉप 10 शहरों की सूची नीचे देखें।

मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार सुबह ‘मध्यम’ श्रेणी में रहा, हालाँकि सुबह के शुरुआती घंटों में इसमें थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। बुधवार सुबह मुंबई का AQI 143 से घटकर 138 हो गया। इससे पहले मंगलवार सुबह 5:30 बजे दिल्ली का AQI 200 दर्ज किया गया था जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। मंगलवार सुबह, दिल्ली के कई इलाके ‘खराब’ वायु गुणवत्ता श्रेणी में पाए गए। आनंद विहार सबसे खराब रहा जहां AQI 374 (बहुत खराब) तक पहुँच गया था। 0 से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।