फॉरेंसिक जांच में सामने आया है कि जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी के सात में से तीन वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई। यह जांच दिल्ली सरकार ने कराई थी। सूत्रों ने सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वीडियो सैंपल दिल्ली सरकार ने हैदराबाद स्थित ट्रूथ लैब को भेजे थे। जिन तीन वीडियो से छेड़छाड़ की गर्इ उनमें काफी स्पेशल शब्द डाले गए हैं। साथ ही इनके साथ गंभीर छेड़छाड़ हुई है।
इन वीडियो को आप सरकार ने देश विरोधी नारेबाजी को लेकर अलग अलग दावों के बाद जांच के लिए भेजा था। इससे पहले 13 फरवरी को नई दिल्ली के डीएम को घटना के बारे में फेक्चुअल रिपोर्ट देने को कहा गया था। आप ने उस समय दावा किया था कि इस घटना के सामने आ रहे तथ्यों से एबीवीपी की साजिशपूर्ण भूमिका सामने आ रही है। सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि टीवी चैनलों पर दिखाई गई क्लिप और सिक्योरिटी गार्ड की ओर से बनाई गई क्लिप को भी जांच के लिए भेजा गया।
सूत्रों के अनुसार कई वीडियो क्लिप देखने के बाद सामने आया है कि जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने देश विरोधी नारे नहीं लगाए। साथ ही गवाहों ने भी कहा कि कन्हैया ने अपने भाषण में देश विरोधी बात नहीं कही। बता दें कि कन्हैया इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। सूत्रों ने साथ ही बताया कि किसी भी वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद भी सुनाई नहीं दिया।