ठंड आते ही उत्तर भारत में प्रदूषण बढ़ जाता है। किसानों द्वारा पराली जलाने से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। उत्तर प्रदेश के शहर इस मामले में वायु प्रदूषण चार्ट में सबसे ऊपर हैं। लेकिन इसके बावजूद पुलिस इसे नहीं रोक पाती। ऐसे में अगर कोई इसे लेकर जागरूकता फैलाये या शिकायत करे तो पुलिस उस पर एक्शन लेने के वजाए शिकायतकर्ता पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की धमकी देती है।

बरेली के रहने वाले इरशाद खान नाम के एक दिव्यांग छात्र ने पराली जलते देखी तो उन्होंने इस बात की शिकायत ट्विटर पर एडीजी और यूपी पुलिस से की। इरशाद की ये हरकत यूपी पुलिस के एक दारोगा को पसंद नहीं आई और उन्होंने इरशाद को धमकी दे डाली। इरशाद द्वारा रिलीज की गई दो मिनट की ऑडियो क्लिप में पुलिस इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह पचौरी छात्र को गैंगस्टर, देशद्रोह सहित कई धाराओं में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।

ऑडियो क्लिप में सुना जा सकता है कि पचौरी कह रहे हैं “बिना पूछे कैसे पोस्ट किया? पुलिस चौकी आ तू मैं तुझे कानून सिखाता हूं।” इसके अलावा क्लिप में एक और आवाज़ आ रही है जो कहती है “तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या? मैं तेरे खिलाफ केस फाइल करूंगा और जेल में सड़ा दूंगा।” धमकी से सहमे इरशाद ने फोन पर ही माफी मांगने लगे मगर इंस्पेक्टर हड़काते रहे, गाली दी।

इरशाद के मुताबिक इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह पचौरी ने उन्हें लोकल पुलिस चौकी में बुलाया। इरशाद तुरंत पुलिस चौकी पहुंचे और इंचार्ज से भी माफी मांगने लगे। उनका कहना है कि चौकी इंचार्ज ने ट्वीटर पर की गई शिकायत को डिलीट करा दिया। इसके बाद उन्हें 90 मिनट तक वहीं बैठाए रखा। पुलिस के व्यवहार से नाराज इरशाद ने इंस्पेक्टर के बीच हुई बातचीत के बारे में अधिकारियों को बताया।