कर्नाटक में कांग्रेस विधायक के आर रमेश कुमार ने विधानसभा में कहा कि जब बलात्कार अपरिहार्य हो तो इसका आनंद लें। हालांकि, विवाद खड़ा होने के बाद उन्होंने माफी मांग ली। लेकिन ये पहली दफा नहीं है जब किसी राजनेता ने रेप को लेकर विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी ममता, मुलायम समेत पांच राजनेता ऐसे बयान दे चुके हैं। जब किरकिरी हुई तो कुछ ने अपने बयान से पीछे हटकर पल्ला झाड़ लिया।
लड़के, लड़के हैं गलतियां हो जाती हैंः मुलायम
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 2014 में तब विवादित बयान दिया जब रेप के लिए फांसी की सजा देने की मांग उठने लगीं। उन्होंने कहा कि लड़कियां पहले दोस्ती करती हैं। लड़के लड़की में मतभेद हो जाता है तो उसे रेप का नाम दे देती हैं। लड़कों से गलती हो जाती है। क्या रेप केस में फांसी दी जाएगी।
ज्यादा छूट देने से होते हैं रेपः ममता बनर्जी<br>पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रेप को लेकर विवादित बयान दे चुकी हैं। 2012 में उनका कहना था कि भारत में रेप की वारदातें ज्यादा हैं क्योंकि लड़की लड़के को एक दूसरे से मिलने की आजादी है। पहले लड़का लड़की का हाथ पकड़ता था तो माता-पिता उन्हें डांटते थे। लेकिन अब सब कुछ खुला है।
चौटाला ने की थी जल्द शादी की वकालत
हरियाणा के मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने भी रेप मामले पर विवादित बयान देकर खाप नेता के उस बयान का समर्थन रिया था, जिसमें सूबे सिंह ने रेप की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए जल्द शादी की बात कही थी। चौटाला ने सूबे सिंह का समर्थन करते हुए कहा था कि पहले लोग मुगलों से अपनी लड़कियों को बचाने के लिए जल्दी शादी करते थे। अब फिर से वैसी ही स्थिति पैदा हो रही है। वो खाप से इत्तेफाक रखते हैं।
अपने लड़कों को कहूंगा रेप करने के लिएः तृणमूल नेता
तृणमूल नेता व अभिनेता तापस पाल ने 2014 में एक चुनावी सभा में कहा था कि अगर विपक्ष का नेता या उनकी बहन, पत्नी यहां मौजूद हैं तो सुन लें। अगर हमारे लोगों को किसी ने छुआ तो वो अपने लड़कों को भेजेंगे। उन्हें बर्बाद कर दिया जाएगा। उनके लड़के ऐसे लोगों का रेप करेंगे।
कभी-कभी सही होता है दुष्कर्म तो कभी गलतः गौर
मप्र के बीजेपी नेता व पूर्व सीएम बाबू लाल गौर रेप को सामाजिक अपराध की श्रेणी में शुमार करते थे। उनका कहना था कि कभी कभी ये सही होता है तो कभी गलत भी। ये पूरी तरह से मर्द और औरत पर निर्भर करता है। जब तक ऐसे मामलों में कोई शिकायत न हो तब तक कुछ नहीं हो सकता।