भारत ने सतह से हवा में मार करने वाले अपने नए मिसाइल सिस्‍टम का शुक्रवार को तीसरी बार सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इससे पहले, गुरुवार को इसके दो परीक्षण किए गए थे। परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर तट पर किया गया। इस मिसाइल सिस्‍टम को इजरायल की मदद से विकसित किया गया है। यह मीडियम रेंज की मिसाइल है।

इस मिसाइल सिस्‍टम की वजह से भारत की हवाई सुरक्षा की कमियों को भरा जा सकेगा। गुरुवार को इस मिसाइल के लक्ष्‍य के तौर पर ब्रिटिश ड्रोन ‘बानशी’ को इस्‍तेमाल किया गया। इजराइल इसे बराक-8 कहता है, जबकि भारत ने इसे अभी आधिकारिक नाम नहीं दिया है। जानकारों के मुताबिक, अभी इसके कुछ और टेस्‍ट होंगे। इसके बाद, अगले साल इसका प्रोडक्‍शन शुरू हो जाएगा।

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मिसाइल की रेंज 70 किमी तक की है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह हवा में बढ़ने वाले एयरक्राफ्ट या हेलिकॉप्‍टर समेत किसी भी खतरे को तबाह कर सकता है। यह सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट और मिसाइलों को भी भांपने में सक्षम है। इस मिसाइल को भारत के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ), इजरायल एयरोस्‍पेस इंडस्‍ट्री और इजरायल के डेवलपमेंट ऑफ वेपंस एंड टेक्‍नोलॉजिकल इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर ने मिलकर विकसित किया गया है।