सोनीपत के बड़वासनी गांव में पश्चिमी यमुना लिंक नहर का एक हिस्सा टूटने से दिल्ली को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों ने कहा कि वे अभी तक इसके पीछे के कारणों का पता नहीं लगा पाए हैं। इस घटना के बाद सोनीपत के बड़वासनी गांव के कई खेतों में लगी सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई।
सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलने के बाद राज्य सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लेने के लिए युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया। अधिकारियों ने आशंका जताई कि कुछ शरारती लोगों ने नहर के एक हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिसकी मरम्मत दो महीने पहले की गई थी।
हरियाणा से दिल्ली तक यमुना का पानी ले जाने वाली एक प्रमुख नहर
यह नहर हरियाणा से दिल्ली तक यमुना का पानी ले जाने वाली एक प्रमुख नहर है। इस उल्लंघन से दिल्ली में जल संकट पैदा हो सकता है। ये क्यों टूटा इसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। दो महीने पहले इसी स्थान पर नहर टूट गई थी, जिसकी बाद में मरम्मत कराई गई थी। नहर को बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। वहीं मामले की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं।
सिंचाई विभाग के अधिकारी गुलशन कुमार ने बताया कि बड़वासनी गांव के पास पश्चिमी यमुना लिंक नहर क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने कहा, “ये उसी स्थान पर टूटी है जहां दो महीने पहले भी टूटी थी। शरारती तत्वों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। समस्या का समाधान करने और स्थिति को बहाल करने के लिए काम जारी है।”
मरम्मत का काम शुरू
एक अधिकारी ने कहा, “नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत के लिए काम शुरू कर दिया गया है। मरम्मत का काम पूरा होने में कुछ समय लगेगा। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इसमें कौन लोग शामिल हैं। यह अजीब बात है कि जिस जगह की मरम्मत की गई थी, वह दो महीनों बाद फिर से क्षतिग्रस्त हो गया है।”