महाराष्ट्र के पूर्व विधायक शिशिर शिंदे (Former MLA Shishir Shinde) सोमवार को ठाणे में एक गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में पूर्वोत्तर मुंबई के अपने समर्थकों के साथ शिवसेना में शामिल हो गए। शिशिर शिंदे शिवसेना और राज ठाकरे की महाराष्ट्र निर्माण सेना (MNS) के साथ भी रह चुके हैं। उन्होंने पिछले महीने ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को यह कहते हुए छोड़ दिया कि वह दो साल से संगठन में काम का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि शिशिर शिंदे भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच से विवादों में भी रह चुके हैं।
शिशिर शिंदे ने खोदी थी स्टेडियम की पिच
शिवसेना के एक तेजतर्रार नेता रहे शिशिर शिंदे तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने कुछ अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 1991 में भारत-पाकिस्तान मैच को रोकने के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच खोद दी थी। शिशिर शिंदे ने कहा कि वह एक सक्रिय जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं और एकनाथ शिंदे के साथ काम करना चाहते हैं जो राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं।
वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिशिर शिंदे शिवसेना के डिप्टी लीडर होंगे। उन्होंने कहा कि शिशिर की अपनी कार्यशैली है और वह बालासाहेब ठाकरे के समय में कई आंदोलनों का हिस्सा रहे हैं। अपने ठाणे दौरे के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने ‘गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर अपने गुरु स्वर्गीय आनंद दिघे को श्रद्धांजलि दी।
सीएम शिंदे और कई कैबिनेट मंत्रियों ने ठाणे में शिवसेना के मुख्यालय आनंद आश्रम का दौरा किया। उन्होंने बाद में शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को भी श्रद्धांजलि दी। उनके साथ कैबिनेट मंत्री दादा भुसे, शभूराज देसाई, उदय सामंत, संदीपन भुमरे, गुलाबराव पाटिल के साथ-साथ लोकसभा सांसद राहुल शेवाले भी थे।
सीएम शिंदे ने कहा कि लोगों को उनके दरवाजे पर कल्याणकारी लाभ मिलना सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की ‘शासन आपला दारी’ पहल को जनता से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। इस अवसर पर मराठी और हिंदी फिल्म उद्योगों से जुड़े कई लोग भी शिवसेना में शामिल हुए और सीएम ने उन्हें इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।