कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और उन पर हुए जुल्मों की कहानी बयां करती फिल्म ‘दि कश्मीर फाइल्स’ एक तरफ, बॉक्स ऑफिस पर सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। तो दूसरी तरफ, इस फिल्म को लेकर जमकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है। जम्मू और कश्मीर (अब केंद्रशासित प्रदेश) के पूर्व सीएम और नैशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म में तरह-तरह के झूठ दिखाए गए हैं।

उमर अब्दुल्ला ने कहा, “जब कश्मीरी पंडित यहां से निकले तब फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री नहीं थे, उस समय राज्यपाल का शासन था। तब जगमोहन साहब गवर्नर थे और देश में वीपी सिंह की सरकार थी जिसे भाजपा का समर्थन था। लेकिन फिल्म में ये क्यों नहीं दिखाया जाता है?”

उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाया, “वीपी सिंह के पीछे भाजपा थी, इसको फिल्म में क्यों नहीं दिखाया जाता है, फारूख अब्दुल्ला को तो दिखाया जाता है। सच्चाई के साथ खिलवाड़ करना अच्छी बात नहीं है। यहां कश्मीरी पंडित मरे हैं, हमें उसका बेहद अफसोस है लेकिन क्या कश्मीरी मुसलमान नहीं मरे हैं? क्या कश्मीरी सरदार नहीं मरे?”

सोशल मीडिया पर आईं तीखी प्रतिक्रियाएं

वहीं, उमर अब्दुल्ला के बयान पर ट्विटर पर यूजर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। एक यूजर (@divya_2377) ने अब्दुल्ला के बयान पर लिखा, “तीर लग गया निशाने पर, ये सब जो कभी कश्मीरी पंडितों के बारे में बोलने से कतराते थे, अब मान रहे हैं कि गलत हुआ था।” इसी तरह एक अन्य यूजर (@aradwadramakant) ने लिखा, “बेशक सब सही था, पर पंडितों को मारा किसने?, भगाया किसने? ये भी बताओ।”

दि कश्मीर फाइल्स‘ को लेकर सोशल मीडिया पर ढेरों प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वहीं, विपक्षी दल भाजपा और केंद्र सरकार पर इस फिल्म के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। दो दिनों पूर्व पीएम मोदी ने इस फिल्म की तारीफ की थी। वहीं, उन्होंने फिल्म का विरोध करने वालों पर निशाना भी साधा था। बता दें कि 7 दिनों में इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 97 करोड़ से अधिक की कमाई कर ली है।