केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Union Minister Anurag Thakur) ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने सीमावर्ती गांवों में सड़क, दूरसंचार और बिजली कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एक मिशन शुरू किया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही निवासियों को आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान करने के लिए उन्हें पर्यटकों के लिए खोलने की योजना है।

अनुराग ठाकुर ने दी बड़ी जानकारी

चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के सीमावर्ती गांवों के 350 से अधिक निर्वाचित पंचायत सदस्यों को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने का भी संकल्प लिया है कि सीमावर्ती गांवों की रेडियो और टेलीविजन कार्यक्रमों तक पहुंच हो।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “सरकार सीमावर्ती गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए गंभीर है। अगले एक साल में, सीमावर्ती गांवों को 4जी कनेक्टिविटी मिलेगी। हमारी योजना दूरदराज के इलाकों में रेडियो सिग्नल को मजबूत करने और टेलीविजन से जुड़े नहीं रहने वाले घरों को डीडी फ्री डिश प्रदान करने की भी है।”

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत सीमावर्ती गांवों को सड़क, दूरसंचार और पाइप पेयजल से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ गांवों को पहले ही इन सेवाओं तक पहुंच मिल चुकी है और बचे अन्य को जल्द ही ये सेवाएं मिलेंगी।

होम-स्टे के माध्यम से पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी मोदी सरकार

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी और जल कनेक्शन प्रदान करने के बाद सरकार सीमावर्ती गांवों में होम-स्टे के माध्यम से पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीणों को आय का एक अतिरिक्त स्रोत मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम के हिस्से के रूप में सीमावर्ती गांवों के हस्तशिल्प उत्पादों और कृषि उत्पादों को बाजार कनेक्टिविटी प्रदान करने पर भी काम कर रही है।

बता दें कि लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांवों के निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।