अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर रविवार को दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी कि सरकार न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने पर विचार कर रही है। इस संबंध में एक समिति बनाई गई है जो सरकार को न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोतरी पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
दिल्ली सरकार की ओर से आयोजित श्रमिक सम्मान समारोह के दौरान गोपाल राय ने शिक्षा निदेशालय को 12 करोड़ रुपए का चेक दिया जो सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे मजदूरों के बच्चों पर खर्च किया जाएगा। इसी योजना के तहत 60.45 करोड़ रुपए की राशि पहले भी दी जा चुकी है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री ने कहा कि अभी तक 3,56,531 निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण किया जा चुका है। निर्माण श्रमिकों की कल्याणकारी योजनाओं की राशि में 3 से 4 गुना तक की वृद्धि की गई है। साथ ही मजदूरों की पेंशन को बढ़ाकर 3,000 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया है और विवाह के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाकर 51,000 रुपए कर दी गई है।
एनबीसीसी मजदूर यूनियन के नेता बलिराम सिंह ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि मई दिवस पर मजदूर बेहाल है। एक तरफ रोजगार के अवसर लगातार घट रहे हैं, दूसरी तरफ महंगाई से लोगों का जीना मुश्किल है। वहीं करावल नगर चौक पर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी मजदूर सभा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नरेश कुमार सेन की अध्यक्षता में सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और केंद्रीय श्रम मंत्री का पुतला फूंका गया। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व दिल्ली प्रभारी गौरी शंकर शर्मा ने कहा कि भाजपा के मजदूर संघ का पूर्व नेता संसद में पहुंचने के बावजूद मजदूरों के हित को लेकर मूकदर्शक बना है।

