Pune News: पुणे के चंदन नगर में 26 जुलाई की आधी रात के आसपास कारगिल युद्ध के पूर्व सैनिक के रिश्तेदार के घर में भीड़ घुस गई और उन्हें बांग्लादेशी बताने लगी। युद्ध के दिग्गज हकीमुद्दीन के भतीजे शमशाद शेख ने कहा कि भीड़ ने बिना समय गंवाए कहा कि अपना आधार कार्ड दिखाओ, नहीं तो हम तुम्हें मार देंगे। दिखाने पर उन्होंने दावा किया कि हमारे आधार कार्ड नकली हैं।
समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कारगिल युद्ध के रिटायर सैनिक हकीमुद्दीन के भतीजे शमशाद शेख ने कहा, ‘हकीमुद्दी मेरे सगे चाचा हैं, रात में साढ़े 11 बजे के आसपास हमारे दरवाजे के पास आए हैं और हमारे दरवाजे पर लात मारना शुरू कर दी और बच्चे लोग सभी डर गए। जैसे ही दरवाजा खुला तो 5-7 लोगों का ग्रुप अंदर घुस गया और 70-80 आदमी थे। बाहर पूरी गली में भर गए और चारों तरफ से हम को घेरा। पूरा घेराव बना लिया ताकि हम लोग कहीं पर भागे नहीं। हम बोले कि हम भागेंगे थोड़ी हमारा सब कुछ लाइट बिल बिल्कुर इतमिनान से दिखाता हूं।’
वह बजरंग दल के थे – शमशाद शेख
शमशाद शेख ने आगे कहा, ‘तुम आधार कार्ड निकालो और ज्यादा मत बोलों नहीं तो तुम्हे अभी मारेंगे। मारने की धमकी देना शुरू कर दिया और हमने उन्हें आधार कार्ड भी दिखाया और वह कहने लगे की सब डुप्लीकेट है। नहीं उनको हम पहचानते नहीं थे लेकिन उन्होंने हमें बताया था कि वह बजरंग दल के हैं। पुलिस सिविल ड्रेस में थी और हमने उन्हें पहचान नहीं। पुलिस को बाद में खुद से बताना पड़ा कि हम पुलिस हैं। वो लोग सब कुछ कर रहे थे हमको धमकी देना और आधार्ड कार्ड देखना। हम लोगों को आपस में बात भी नहीं करने दे रहे थे। हमारा मोबाइल फोन भी छिन लिया।’
कारगिल युद्ध लड़ चुके हकीमुद्दीन के रिश्तेदार के घर में घुसी भीड़
बच्चे अभी भी डरे हुए हैं – शमशाद शेख
शमशाद शेख ने कहा, ‘उन लोगों ने कुछ नहीं बताया और हमसे कहा कि तुम लोग बांग्लादेशी हो और रोहिंग्या हो। मैं बोल रहा था कि कागज दिखाता हूं, लाइट बिल दिखाता हूं, सब दिखाता हूं आप थोड़ा शांति में बात करो। लेकिन चुटकी बजा-बजा कर धमकी दे रहें हैं कि बच्चों और लेडीज को भी उठा दिया। पूरा घर हमारा डरा हुआ था। बच्चे तो अभी भी उस माहौल को देखकर डरे हुए हैं। स्कूल भी थोड़ा डर-डर कर जा रहे है। महिलाएं भी बहुत डरी हुई हैं। हमारी तो वो लोग कुछ बात ही नहीं सुन रहे थे और हमें बात ही नहीं करने दे रहे थे। बस आधार कार्ड लिया और जबरदस्ती हमें घर से बाहर निकाला और फिर हमको ऑफिस भी लेकर आए।’
पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने क्या कहा?
पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा, ‘वहां इकट्ठा हुए और नारे लगाने वाले लोगों के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने का मामला दर्ज किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया है और हमने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि उनकी सभी शिकायतों का उचित तरीके से समाधान किया जाएगा। यदि आवश्यक हुआ तो अपराध में कानून की संबंधित धाराएं लगाई जाएंगी। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिवार ने भीड़ में पुलिस की मौजूदगी का कोई आरोप नहीं लगाया है और वास्तव में वहां पुलिस की कोई मौजूदगी नहीं थी।’ भारत-पाक युद्ध में अब तक अमेरिका की क्या रही भूमिका?