RSS चीफ मोहन भागवत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार को सीनियर Congress नेता वी.हनुमंत राव ने उनके खिलाफ शिकायत दी। पुलिस के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि राव ने संघ प्रमुख के ‘130 करोड़ भारतीय हिंदू है’ वाले बयान को लेकर यह शिकायत दी है। एलबी नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के तहत भागवत के इस बयान को लेकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की गई है।

कांग्रेसी नेता का आरोप है कि भागवत ने 130 करोड़ भारतीयों को ‘हिंदू’ बताकर जन भावनाओं को आहत किया है। उनकी शिकायत के मुताबिक, आरएसएस चीफ का बयान न सिर्फ जनभावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों और पासरियों को ठेस पहुंचाने के साथ देश के संविधान के खिलाफ भी है।

बकौल कांग्रेसी नेता, “इससे (भागवत के बयान से) सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। हैदराबाद में इसके चलते कानून और न्याय व्यवस्था संबंधी दिक्कतें भी पैदा हो सकती हैं।” वैसे, एलबी नगर पुलिस की ओर से कहा गया है कि शिकायत के आधार पर फिलहाल उन्होंने केस दर्ज नहीं किया है और वे आगे की कार्रवाई करने के पहले कानूनी विकल्प लेने के बारे में सोच रहे हैं।

दरअसल, 25 दिसंबर को तेलंगाना के RSS स्वयंसेवकों के तीन दिवसीय ‘विजय संकल्प शिविर’ के तहत एक जन सभा में भागवत ने कहा था- संघ भारत की 130 करोड़ आबादी को हिंदू समाज के रूप में मानता है, चाहे उनका धर्म और संस्कृति कुछ भी हो। धर्म और संस्कृति से परे देखते हुए, जो लोग राष्ट्रवादी भावना रखते हैं और भारत की संस्कृति तथा उसकी विरासत का सम्मान करते हैं, वे हिंदू हैं और आरएसएस देश के 130 करोड़ लोगों को हिंदू मानता है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाज हमारा है और संघ का उद्देश्य संगठित समाज का निर्माण करना है।

भागवत के मुताबिक, ‘‘भारत माता का सपूत, चाहे वह कोई भी भाषा बोले, चाहे वह किसी भी क्षेत्र का हो, किसी स्वरूप में पूजा करता हो या किसी भी तरह की पूजा में विश्वास नहीं करता हो, एक ंिहदू है…इस संबंध में, संघ के लिए भारत के सभी 130 करोड़ लोग हिंदू समाज है।’’ उन्होंने आगे बताया कि आरएसएस सभी को स्वीकार करता है, उनके बारे में अच्छा सोचता है और उन्हें बेहतरी के उच्च स्तर पर ले जाना चाहता है।