नए संसद भवन में पार्टी ऑफिस हासिल करने वाली टीडीपी पहली पार्टी बन गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कई अलॉटमेंट को मंजूरी दी है। आम आदमी पार्टी (आप) को भी संसद परिसर में पहली बार एक कमरा मिला है, जो अब संविधान सदन नाम के एक पुराने भवन में है। भाजपा और कांग्रेस सहित प्रमुख दल भी संविधान सदन अलॉट किए गए संसदीय कार्यालयों में काम करते रहेंगे। संसद में पार्टी के सांसदों की संख्या के आधार पर कमरों का अलॉटमेंट किया जाता है। इस ही हिसाब से लोकसभा अध्यक्ष ने बुधवार को 11 कमरों का अलॉटमेंट किया है।
किस के पास कौनसा कमरा?
एनडीए के एक और प्रमुख सहयोगी दल जेडी(यू) को संविधान सदन में इस्तेमाल किए जा रहे दो कमरे 135 और 136 फिर से अलॉट किए गए हैं। शिवसेना टूट से पहले कमरा नंबर 128 को अपने संसदीय कार्यालय के रूप में इस्तेमाल कर रही थी। अब शिवसेना के शिंदे गुट को यह कमरा मिल गया है। शिवसेना (यूबीटी) को 128-ए मिला है।
उम्मीद थी कि सभी प्रमुख पार्टियों को नए संसद भवन में कमरे मिलेंगे, लेकिन सूत्रों के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस इसके लिए इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उनके पास संविधान सदन में पहले से बड़ा कार्यालय है।
टीडीपी को नए भवन में पहली मंजिल पर एक कमरा F09 मिला है, जहां ज़्यादातर कैबिनेट मंत्रियों के भी कार्यालय हैं। समाजवादी पार्टी ने भी पुरानी बिल्डिंग में अपने कमरे 130 और 126-I और II बरकरार रखे हैं। पुरानी बिल्डिंग मेंअन्य पार्टियां एनसीपी (126डी), आरजेडी (125-IIA), सीपीआई (एम) (138) और बीजेडी (45-II) हैं। नए भवन में 120 कार्यालय हैं, जिनमें से 49 वरिष्ठ मंत्रियों के लिए हैं, जबकि एक पूरा विंग प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए आरक्षित है।लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के सभापति और उप-सभापति तथा विपक्ष के नेता के कार्यालय नए भवन के ग्राउंड फ्लोर पर हैं। फिलहाल टीडीपी एकमात्र पार्टी है जिसे नई लोकसभा में कमरा मिला है, बाकी सब पुराने भवन में हैं।