भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने चीन मुद्दे को लेकर कुछ गांधी परिवार पर निशाना साधा था। नड्डा ने इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कृषि कानूनों और कोविड-19 के मुद्दों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था। मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने इसपर पलटवार किया। गांधी ने पूछा ‘कौन हैं नड्डा?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा “वह कौन है और मैं उन्हें जवाब क्यों दूं? क्या वह मेरे प्रोफेसर हैं? मैं देश को जवाब दूंगा।” इससे पहले नड्डा ने ट्वीट कर लिखा था कि ‘‘राहुल गांधी, उनका परिवार और कांग्रेस कब चीन पर झूठ बोलना बंद करेगी? क्या वह इस बात से इंकार कर सकते हैं कि अरुणाचल प्रदेश की जिस जमीन का वह जिक्र कर रहे हैं, वहां सहित हजारों किलोमीटर जमीन चीन को किसी और ने नहीं, बल्कि पंडित नेहरू ने भेंट कर दी थी? कांग्रेस चीन के समक्ष अक्सर क्यों घुटने टेक देती है?’’

इसपर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘भट्टा परसौल में नड्डा जी कहां थे? किसानों का कर्ज माफ करने की बात आई तो कांग्रेस खड़ी थी। भूमि अधिग्रहण कानून कांग्रेस सत्ता में रहते हुए लेकर आई। उस वक्त नड्डा जी कहां थे?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं साफ-सुथरा आदमी हैं। मैं नरेंद्र मोदी या किसी से नहीं डरता। ये मुझे छू नहीं सकते। हां, गोली मार सकते हैं। मैं देशभक्त हूं और देश की रक्षा करता हूं। आगे भी करता रहूंगा। पूरा देश एकतरफ होगा तो भी मैं अकेला खड़ा रहूंगा। मुझे फर्क नहीं पड़ता।’’


चीन की हरकतों को लेकर राहुल ने कहा कि चीन भारत की कमजोरी देख रहा है। भारत के पाास कोई रणनीतिक विजन नहीं है। चीन बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाने जा रहा है। इसके लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है। वहीं गांधी ने अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाके में चीन द्वारा गांव बसाने के दावे वाली खबरों को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘उनका वादा याद करिए- मैं देश झुकने नहीं दूंगा।’ पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘मोदी जी, वो “56 इंच” का सीना कहां है ?’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी सोमवार को इस मामले पर सरकार से जवाब मांगा था।