सोशल मीडिया पर एक छात्र की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें शिक्षक डंडे से 12वीं के छात्र को पीट रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए सुदर्शन टीवी चैनल के सीएमडी सुरेश चव्हाण ने इसे हिंदू और ईसाई का मामला बताया है। सुरेश चव्हाण का कहना है कि छात्र द्वारा रूद्राक्ष की माला पहनने के चलते शिक्षक उसे पीट रहा है।

चव्हाण ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “इस हिंदू छात्र को तमिलनाडु के एक सरकारी स्कूल में इसलिए पीटा जा रहा है क्योंकि उसने “रुद्राक्ष” पहन रखा था..!! ईसाई शिक्षक ने छात्र को बेरहमी से पीटा और स्कूल से भी भगा दिया..!!” हालांकि वीडियो के साथ बताए गए तथ्य को एक आईपीएस अधिकारी ने गलत बताया।

सुरेश चव्हाण के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए चेंगलपट्टू जिले के एसपी विजय कुमार ने इसे गलत खबर बताते हुए ट्विटर इंडिया को टैग किया है।

क्या है मामला: बता दें कि छात्र की पिटाई वाले वीडियो को लेकर जानकारी सामने आई है कि, यह तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले का है। जिसमें 12वीं क्लास के एक छात्र को कथित तौर पर बेरहमी से पीटा जा रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने इसपर अपनी नाराजगी भी जताई।

दरअसल चिदंबरम नंदनार बॉयज हाई स्कूल का एक फिजिक्स टीचर छात्र को पीटते हुए वीडियो में दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार, क्लास में छात्र की उपस्थिति कम होने के नाते सजा के तौर पर उसे बेरहमी से पीटा गया। इस मामले को लेकर छात्र ने स्कूल के प्रिंसिपल से शिकायत की, जिसने शिक्षा विभाग को मामले की सूचना दी। वहीं जानकारी के मुताबिक दंड देने वाले टीचर के खिलाफ SC/ ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

बता दें कि कोरोना काल के चलते दोबारा खुले स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति को लेकर तमिलनाडु सरकार ने जारी किए अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है कि छात्र ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों कक्षाओं को अपनी मर्जी से चुन सकते हैं। उन्हें स्कूल आने की अनिवार्यता नहीं होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि महामारी की अवधि के दौरान छात्र को मिली सजा को राज्य का शिक्षा विभाग गंभीरता से लेगा।