तमिलनाडु में चेन्नई पुलिस ने बीजेपी राज्य कार्यकारिणी के सदस्य आर कल्याणरमन को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ ट्विटर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने की वजह से कार्रवाई की गई है।
द न्यूज मिनट के अनुसार, कल्याणरमन के खिलाफ सैकड़ों शिकायत आईं थीं, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि और डॉ शर्मिला पर निशाना साधते हुए ट्वीट किए।
जिसके बाद डीएमके धर्मपुरी के सांसद सेंथिलकुमार और विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) पार्टी की वकील मां गोपीनाथ ने शिकायत दर्ज कराई थी।
चेन्नई पुलिस का कहना है कि जब उसने ट्वीट का विश्लेषण किया तो आरोप सही पाए गए। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद भाजपा नेता को विरुगमबक्कम से उठाया गया और बाद में रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
उनके खिलाफ मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए) (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (शत्रुता या दुर्भावना को बढ़ावा देना) के तहत बना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस उनके ट्विटर अकाउंट को डिसेबल करने के लिए भी कदम उठा सकती है।
द न्यूज मिनट के मुताबिक, कल्याणरमन को आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पहले भी 2 बार गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस साल फरवरी में, उन्हें भाजपा की एक चुनावी रैली में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाली टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ गुंडा अधिनियम लागू किया गया था, बाद में मद्रास उच्च न्यायालय ने इसे रद्द कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें इसी तरह की टिप्पणियों के लिए 2016 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
ऐसे में धर्मपुरी के डीएमके सांसद सेंथिलकुमार का कहना है कि कल्याणरमन एक आदतन अपराधी और एक महिला उत्पीड़क हैं। उन्होंने भाजपा पर मुद्दों पर बहस करने के लिए तैयार नहीं होने का आरोप लगाया।
वहीं शर्मिला का कहना है कि कल्याणरमन इस बात का प्रतिनिधित्व करते हैं कि सोशल मीडिया पर भाजपा का कैडर कैसा व्यवहार करता है। वे चरित्र हनन का सहारा लेते हैं और जब वह तथ्यों का जवाब नहीं दे पाते हैं, तो उन्हें लगता है कि अगर वे ऐसा करेंगे तो उनके खिलाफ बोलने वाली महिलाएं पीछे हट जाएंगी। यह मनोवैज्ञानिक धमकी है।
उन्होंने कहा कि वह जेल में रहने के योग्य है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें पहले के मामले में भी कभी जमानत मिलनी चाहिए थी। ऐसे लोग समाज के लिए जहरीले होते हैं। वे महिलाओं को निशाना बनाते हैं, धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करते हैं।