दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार कमल हासन तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कोयंबटूर साउथ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कमल हासन के चुनाव प्रचार के दौरान उनकी बेटी अक्षरा हासन और भतीजी सुहासिनी सड़क पर ही थिरकने लगीं। 234 सीटों वाली विधानसभा में उनकी पार्टी मक्कल निधि मय्यम (MNM) कुल 154 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि बाकी बची 40-40 सीटें कमल हासन ने अपने दोनों सहयोगियों को दी है।
कमल हासन की बेटियां भी उनके लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन लोगों से मिलने के दौरान कमल हासन की बेटी अक्षरा हासन और भतीजी सुहासिनी ने सड़क पर ही थिरकना शुरू कर दिया। इस दौरान आसपास खड़े लोग भी उनका साथ देने लगे। हालांकि वहीं मौजूद किसी व्यक्ति ने अक्षरा हासन और सुहासिनी के डांस का विडियो बना लिया और यह जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया।
Kamal Haasan’s daughter Akshara and niece Suhasini shake a leg while campaigning for the veteran actor-turned-politician in Coimbatore#TamilNaduElections2021 pic.twitter.com/cMEsZyEwz0
— NDTV (@ndtv) April 4, 2021
बता दें कि तमिलनाडु की 234 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए कमल हासन ने दो पार्टियों के साथ गठबंधन किया है। कमल हासन की पार्टी एमएनएम की दो सहयोगी पार्टियां अखिल भारतीय समथुवा मक्कल काची और इंदिया जनानायगा काची हैं। 6 अप्रैल को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी।
इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए अभिनेता कमल हासन ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कई वादे भी किए हैं। घोषणापत्र में गृहणियों के कौशल का विकास कर उनकी आमदनी बढ़ाने और उनको भुगतान करने जैसे वादे किए गए हैं। साथ ही राज्य की सभी 234 विधानसभा सीटों पर माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज को बढ़ावा देने की बात भी कही गई है।
इसके अलावा कमल हासन दूसरी अन्य पार्टियों के द्वारा मुफ्त में सामान देने के ऐलान के विरोधी हैं. कमल हासन ने अपने घोषणापत्र की लांचिंग पर कहा था कि यह राज्य का विज़न डॉक्यूमेंट है, जो न केवल राजस्व बढ़ाता है, बल्कि विकास को भी बढ़ावा देता है। जिन पार्टियों ने वॉशिंग मशीन या अन्य आइटम मुफ्त में बांटने के वादे किए हैं, वे केवल राज्य पर बोझ को बढ़ाएंगे।
भले ही कमल हासन की पार्टी पहली बार तमिलनाडु विधानसभा का चुनाव लड़ रही हो लेकिन राजनीतिक जानकार इसे कम नहीं आंक रहे हैं। पूर्व में कई बार ऐसा हुआ है जब फिल्म सुपरस्टार तमिलनाडु की सत्ता के बड़े महारथी बनकर सामने आए हैं। इसलिए यह माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के बाद अगर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो कमल हासन का राजनीतिक दायरा काफी बढ़ सकता है।