तमिलनाडु के होसुर में टाटा समूह द्वारा संचालित एक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। उस दौरान वहां करीब 1,500 कर्मचारी ड्यूटी पर थे। होसुर फायर स्टेशन के एक वरिष्ठ अग्निशमन और बचाव सेवा अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “घटना सुबह करीब 6 बजे परिसर में स्थित एक रासायनिक गोदाम में हुई। सात दमकल गाड़ियों को काम पर लगाया गया। कोई हताहत या घायल नहीं हुआ है।”

TEPL ने दिए घटना की जांच के आदेश

टीईपीएल की ओर से एक बयान में कहा गया: “तमिलनाडु के होसुर में हमारे संयंत्र में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। संयंत्र में हमारे आपातकालीन प्रोटोकॉल ने सुनिश्चित किया कि हमारे सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। आग के कारणों की जांच की जा रही है और हम अपने कर्मचारियों और अन्य हितधारकों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”

समाचार एजेंसियों द्वारा शेयर किए गए वीडियो फुटेज में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) से उठती हुई विशाल काली लपटें दिखाई दे रही हैं। इस दौरान यूनिट के सभी कर्मचारी और अधिकारी वहां से बाहर निकल आए थे। आग लगने के बाद कुछ देर के लिए वहां पर खलबली मची रही, हालांकि यूनिट में मौजूद सभी लोगों के बाहर निकल आने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सांस संबंधी समस्या से पीड़ित तीन कर्मचारियों को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। स्थिति को संभालने और सभी कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से परिसर खाली करने के लिए 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।

उधर, हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के परवाणू इलाके में एक दवा फैक्टरी में शनिवार सुबह आग लग गयी। अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-2 में स्थित मोरपेन लैबोरेटरीज की फैक्टरी में लगी आग की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। आग इमारत की निचली मंजिल पर लगी जो बाद में फैल गयी और श्रमिक अपनी जान बचाने के लिए भागे। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय दमकल विभाग का दल घटनास्थल पर मौजूद है और उसने काफी हद तक आग पर काबू पा लिया है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग लगने की वजह का अभी पता लगाया जा रहा है।