तमिलनाडु से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। चेन्नई में बुधवार को राजभवन के बाहर पेट्रोल बम फेंका गया। जैसे ही फेंका गया, उसके बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। इस मामले को लेकर गिंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। वहीं इस घटना के बाद बीजेपी ने डीएमके सरकार पर सवाल उठाए हैं।

कोर्ट के परिसर में खड़ी मोटरसाइकिलों से चुराया था पेट्रोल

ये घटना दोपहर करीब 2:45 बजे हुई। जानकारी के अनुसार कारुका विनोथ नाम के व्यक्ति ने राजभवन के मुख्य द्वार पर पेट्रोल से भरे दो कंटेनर फेंके। पुलिस के अनुसार विनोथ ने सैदापेट कोर्ट के परिसर में खड़ी मोटरसाइकिलों से पेट्रोल चुराया था, जिसके बाद वह राजभवन की ओर चला गया। इसके बाद उसने दो बोतलों में पेट्रोल डाला, उनमें आग लगा दी और राजभवन के मुख्य द्वार पर फेंक दिया।

अन्नामलाई ने DMK सरकार को घेरा

घटना के बाद तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज राजभवन पर पेट्रोल बम फेंका गया, यह तमिलनाडु में कानून व्यवस्था की वास्तविक स्थिति को दर्शाता है। जहां डीएमके लोगों का ध्यान गैरजरूरी मुद्दों से हटाने में लगी है, वहीं अपराधी सड़कों पर उतर आए हैं।”

अन्नामलाई ने आगे लिखा, “संयोग से यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था और आज राजभवन पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। लगातार हो रहे ये हमले यही सोचने पर मजबूर करते हैं कि DMK सरकार इन हमलों को प्रायोजित कर रही है। थिरु एमके स्टालिन अब ध्यान भटकाने की तैयारी करेंगे, जैसा वह हमेशा करते हैं।”

आरोपी पहले भी कर चुका है हमला

पुल‍िस ने बताया क‍ि पकड़े जाने पर व्यक्ति ने तमिलनाडु विधानसभा की ओर से महीनों पहले पारित एनईईटी विरोधी विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करने के लिए राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ नारे भी लगाए। पुल‍िस ने बताया क‍ि विनोद ने इससे पहले तेनाम्पेट पुलिस स्टेशन, कामराजार अरंगम और बीजेपी राज्य मुख्यालय के बाहर कच्चे बम फेंके थे।