तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में 22 साल के एक लड़के को सरेआम बीच सड़क पर पीट-पीट कर मार डाला गया। घटना उडुमलाइपेट्टई शहर की है। लड़का इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट और दलित परिवार से था। आरोप है कि उसकी हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने थेवर समुदाय की कौशल्या (19 साल) से शादी की थी। कौशल्या की भी पिटाई हुई। वह बुरी तरह जख्मी हैं। एक स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है। सोमवार (14 मार्च) को उनके ससुर ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है, जबकि परिवार ने हत्या में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी होने तक शव लेने से इनकार कर दिया है।
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दक्षिणी तमिलनाडु में थेवर समुदाय का वर्चस्व है। कौशल्या और शंकर ने करीब आठ महीने पहले शादी की थी। शंकर उडुमलाइपेट्टई के पास कुमारलिंगम गांव का रहने वाला था। पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने दोनों पर 13 मार्च को करीब तीन बजे दिन में धारदार हथियार से वार किया। तब दोनों एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से बाहर निकले थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बनाए गए वीडियो क्लिप देखने के बाद इस नतीजे पर पहुंची है कि तीन हमलावरों ने घटना को अंजाम दिया है। घटना के बाद तीनों बाइक से फरार हो गए। पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि ये तीनों कौन हैं और कहां हैं।
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तिरुपुर के एसपी के मताबिक शादी के बाद कौशल्या शंकर के साथ उसके घर पर रहा करती थी। शंकर के परिवार दोनों के साथ था। शादी के बाद कौशल्या ने कॉलेज जाना छोड़ दिया था। उसने एक दुकान में काम करना शुरू कर दिया था। घटना की जांच कर रहे एक पुलिस अफसर के मुताबिक कौशल्या ने कुछ सप्ताह पहले अपने पिता के खिलाफ पुलिस में एक शिकायत भी दी थी। उसका परिवार शंकर से उसकी शादी के खिलाफ था। उसने शिकायत में बताया था कि उसके पिता उसे और शंकर को धमका रहे हैं और घर लौटने के लिए कह रहे हैं।