पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पैदा हुआ पैदा हुए विवाद की आंच 14 देशों तक पहुंच गयी है। हाल ही में अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने भी नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर भारत को कट्टरपंथ पर लेक्चर दिया है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पूर्व भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा, “हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि ऐसे कट्टरपंथियों को इस्लाम के पवित्र धर्म का अपमान करने और मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने की अनुमति न दें।” मुजाहिद ने आगे कहा, “इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान भारत में सत्तारूढ़ दल के एक पदाधिकारी के इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का कड़ा विरोध करता है।”

14 देशों ने की निंदा: नूपुर शर्मा की टिप्पणी की अब तक 14 देशों ने निंदा की है। इनमें मालदीव, लीबिया, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बहरीन शामिल हैं। इस मुद्दे पर विवाद तब शुरू हुआ जब नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी वाली क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसके बाद खाड़ी देशों में इसकी कड़ी आलोचना हुई और भारतीय राजदूतों को उनके संबंधित विदेश मंत्रालयों ने तलब किया।

मिस्र ने कहा आतंकी घटना: कतर, ईरान और कुवैत ने रविवार को पैगंबर के बारे में की गई टिप्पणियों पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए अपने भारतीय राजदूतों को तलब किया था। वहीं, मिस्र की राजधानी काहिरा की इस्लामिक यूनिवर्सिटी अल अजहर ने इसे आतंकी घटना तक कहा। यूनिवर्सिटी ने बयान जारी कर कहा, “इस तरह के आतंकी कृत्य पूरी दुनिया को विनाश और खूनी संघर्ष की तरफ ले जाएगे।”

भारतीय उत्पादों का बहिष्कार: इस मुद्दे के सोशल मीडिया पर जोर पकड़ते ही कई देशों में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुवैत में भारतीय उत्पादों को स्टोर्स से हटा लिया गया था। भारत सरकार ने तुरंत इस मुद्दे पर संज्ञान लिया जिसके बाद बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए नूपुर शर्मा को जांच पूरी होने तक सस्पेंड और नवीन जिंदल को पार्टी से 6 साल तक के लिए निलंबित कर दिया।

बीजेपी से निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने रविवार को अपनी टिप्णणी को लेकर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा, “मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी, अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।”