Tahawwur Hussain Rana News: मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) गुरुवार शाम को भारत लाया गया। फिर उसे सीधे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने राणा को राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की 18 दिन की हिरासत में भेज दिया है। इसी बीच अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साल 2011 का पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी उस वक्त गुजरात के सीएम थे। पीएम ने तत्कालीन यूपीए सरकार की विदेश नीति की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, ‘अमेरिका द्वारा मुंबई हमले में तहव्वुर राणा को निर्दोष घोषित करना भारत की संप्रभुता का अपमान है और यह विदेश नीति के लिए बड़ा झटका है।’ बता दें कि एनआईए की टीम राणा से 10 बजे पूछताछ करेगी।

कौन करेगा पूछताछ

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, तहव्वुर राणा से एनआईए के एसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारी पूछताछ करेंगे। राणा के बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। इतना ही नहीं रोजाना पूछताछ की एक डायरी भी तैयार की जाएगी। बीएनएस में प्रावधान है कि 48 घंटे में आरोपी का मेडिकल करवाया जाए। राणा पूछताछ से बचने के लिए खुद को कस्टडी के दौरान नुकसान न पहुचाएं इसका भी खासतौर पर ध्यान रखा जाएगा।

कितने साल का है आतंकी तहव्वुर राणा

राजनीतिक दलों ने फांसी की मांग की

उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की सराहना की और कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि राणा को कड़ी सजा मिलेगी। शिंदे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारे देश पर हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमले 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाया गया है। इसके लिए मैं हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। करीब एक महीने पहले प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच चर्चा हुई थी। इसके परिणामस्वरूप अमेरिका ने भारत के मोस्ट वांटेड अपराधी को प्रत्यर्पित किया है। मैं इसके लिए भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का भी आभार व्यक्त करता हूं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमले के लिए जिम्मेदार तहव्वुर राणा को कड़ी सजा मिलेगी।’

शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी प्रत्यर्पण की सराहना की और मांग की कि राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए और दावा किया कि सरकार बिहार चुनाव के दौरान ऐसा करेगी। राउत ने यह भी मांग की कि अब कुलभूषण जाधव को भारत वापस लाया जाना चाहिए और मांग की कि अब सरकार को भगोड़े नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को भी भारत लाना चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और अन्य विपक्षी पार्टी के नेताओं ने भी राणा के प्रत्यर्पण का स्वागत किया। शिंदे ने अहमदाबाद में मीडिया से कहा , “यह अच्छी बात है।”

कौन हैं तहव्वुर राणा?

पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा पहले पाकिस्तानी सेना के लिए डॉक्टर के तौर पर काम करता था। उस पर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में अपनी भूमिका के लिए आरोप हैं। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, उसे आतंकी हमले की जानकारी थी और वह पाकिस्तान में मौजूद आतंकी समूहों और उनके नेताओं के संपर्क में था। 26/11 हमलों के पीछे की साजिश में राणा की संलिप्तता का खुलासा उसके बचपन के दोस्त और मामले के खास आरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने किया था। पल- पल की अपडेट्स के लिए जनसत्ता डॉट कॉम के साथ जुड़े रहिये…