Tabrez Ansari Mob Lynching Case: तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामले में झारखंड पुलिस ने 11 आरोपियों के खिलाफ दायर मर्डर के चार्ज वापस ले लिए हैं। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट (हार्ट अटैक) और सिर पर गहरी चोट है। मामले पर झारखंड पुलिस की  हार्ट अटैक थ्योरी पर सवाल उठा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए मर्डर चार्ज हटा लिए हैं। मानवाधिकार और आपराधिक मामलों के वकीलों ने सवाल खड़े किए हैं।

अंग्रेजी वेबसाइट ‘द क्विंट’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक वकीलों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की थ्योरी पर सवाल खड़े किए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि तबरेज अंसारी के सिर पह गहरी चोट थी और सिर की हड्डी टूटी हुई थी। खोपड़ी के दाईं ओर सामने-पेरिटल क्षेत्र पर 02 से 03 मिलीलीटर उप-अर्कोनाइड रक्तस्राव था। इसके अलावा सभी अंग पीले थे। दिल के सभी कक्ष रक्त से भरे थे। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट ये भी कहती है कि तबरेज के शरीर में किसी तरह का जहर नहीं पाया गया।

अब सवाल यह है कि अगर तबरेज के सिर पर चोट थी और हड्डी टूटी थी तो यह किसने किया। सिर पर चोट लगने के बाद शरीर के अंग कमजोर पड़ गए और इसके बाद दिल का दौरा पड़ा होगा। द क्विंट ने तमाम संभावनाओं पर वकीलों से उनकी राय जानी। ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क के वकील अमन खान ने पुलिस के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंन कहा है कि सिर पर चोट के बाद हड्डी टूटने से साफ है कि किसी ने यह जानबुझकर किया है। बिना चोट खोपड़ी की हड्डी कैसे टूटी? पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की इन बातों को आधार बनाकार धारा 302 को हटा दिया। दिल का दौरा सिर पर लगी चोट की वजह से पड़ा। साफ है पुलिस पक्षपात कर रही है।’

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सुप्रीम कोर्ट के वकील अनस तनवीर सिद्दीकी ने भी इसी तरह की राय रखी। उन्होंने कहा पोस्टमार्टम में कहा गया है कि मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट थी जो कि सिर पर लगी चोट की वजह से पड़ा। वहीं सिर पर लगी चोट की वजह से आमतौर पर इतनी जल्दी मौत नहीं होती। इस केस में वीडियो एक बहुत बड़ा सबूत है। इसके अलावा मामले में एफआईआर दर्ज है। ऐसे मोड़ पर पुलिस को सावधानी से कदम उठाना चाहिए था।’ वहीं दिल्ली के जाने-माने आपराधिक वकील सतीश टम्टा ने कहा इस मामले में पुलिस का फैसला पूरी तरह अनुचित है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहीं न कहीं इस बात की ओर इशारा कर रही है कि तबरेज अंसारी की मौत मानव हत्या का मामला है। और फिर मर्डर के चार्ज हटाना और न हटाना गवाहों के बयानों पर भी निर्भर करता है।’

मालूम हो कि इस साल जून महीने में तबरेज अंसारी की खरसवान जिले में कथित भीड़ द्वारा चोरी के शक में हत्या कर दी गई थी। 24 वर्षीय तबरेज की इतनी पिटाई की थी कि उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।