पूर्व गवर्नर और दिवंगत सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने  वजाहत हबीबुल्लाह को ही शाहीन बाग की समस्या की वजह बताया है।स्वराज कौशल ने ट्वीट करते हुए लिखा है, वजाहत हबीबुल्लाह ही परेशानी का सबब बन गए हैं। उन्हें दूरियां कम करने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने दूरी बढ़ा दी। उनसे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली-नोएडा रोड खाली करने के लिए मनाने के लिए कहा गया था लेकिन वह इस तर्क के साथ लौटे कि रास्ता ब्लॉक करना वाजिब है। ये जनादेश से परे है।

इसके अलावा धरना खत्म करने के एक सवाल के जवाब में  ट्वीट भी किया था। ‘मैंने देखा कि शाहीन बाग की महिलाएं कह रही हैं कि प्रधानमंत्री यहां आएं, हमसे बात करें।हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री कभी गया है क्या। कौन सी दुनिया में हो। क्या कोई समझाने वाला नहीं है।’ जब एक ट्विटर यूजर ने उनसे सवाल पूछा, ‘आप बताइए सर फिर ये धरना कैसे खत्म होगा। क्या करना चाहिए सरकार को।’ जवाब में वह लिखते हैं, ‘जैसे बाबा रामदेव का हुआ था।’

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स्वराज कौशल ने वजाहत हबीबुल्ला पर निशाना साधा है। (फोटो-twitter)

गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त किए गए वार्ताकारों में एक वार्ताकार वजाहत हबीबुल्लाह भी हैं। वह पूर्व IAS और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त रह चुके हैं। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में यहां शाहीन बाग में चल रहे धरना के मामले में न्यायालय द्वारा नियुक्त वार्ताकारों ने सोमवार को शीर्ष अदालत में सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पेश की।

न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति के एम जोसफ की पीठ के समक्ष अधिवक्ता साधना रामचन्द्रन ने यह रिपोर्ट पेश की। न्यायालय ने वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े के साथ साधना रामचन्द्रन को शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत के लिये वार्ताकार नियुक्त किया है। पीठ ने कहा कि वह इस रिपोर्ट का अवलोकन करेगी। न्यायालय इस मामले में अब 26 फरवरी को आगे की सुनवाई करेगा।