मुकेश भारद्वाज
इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के चेयरमैन और कमिश्नर रहे ललित मोदी की वित्त मंत्रालय के प्रवर्तन निदेशालय को धनशोधन और अन्य वित्तीय अनियमितताओं में तलाश है। मोदी वर्ष 2010 से (लंदन) इंग्लैंड में रह रहे हैं। अंडरवर्ल्ड की कथित धमकियों को देखते हुए वह जांच से आने के लिए बच रहे हैं। ललित मोदी को इंग्लैंड से पुर्तगाल के लिए यात्रा वीजा दिलाने में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के नाम का हवाला सबसे पहले एक ई मेल से उजागर हुआ। शुरुआती खबर वहां के मीडिया ने उजागर की।
आरोपों के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने इंग्लैंड में भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज और भारत में इंग्लैंड के उच्चायुक्त जेम्स बीवन से मोदी और उनकी पत्नी को पुर्तगाल के लिए यात्रा वीजा के बारे में बात की। यह बात पिछले वर्ष जून की है लेकिन मामला अब प्रकाश में आया है। इंग्लैड से पुर्तगाल जाने की जो वजह सामने आई है उसमें ललित मोदी ने कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर पीड़ित हैं। उन्हें उपचार के लिए पुर्तगाल ले जाना है लेकिन बिना वैध पासपोर्ट के वह ऐसा नहीं कर सकते। ऐसे में उनके लिए सबसे बड़े सहायक उनके दशकों से वकील रहे स्वराज कौशल थे। यही स्वराज कौशल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति हैं। उनके माध्यम से या फिर अन्य किसी सूत्र से उनकी बात सुषमा स्वराज तक पहुंची। लिहाजा मानवीय नजरिए के चलते सुषमा ने इसमें मोदी दंपति की मदद की।
इसी तरह राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से ललित मोदी की पहले से ही निकटता का भी खुलासा हुआ है। अब उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह के मोदी से कारोबारी रिश्ते की वजह से निकटता पहले से ज्यादा हो गई है। ताजा प्रकरण में मोदी की अपरोक्ष मदद के चलते दोनों नेत्रियां आलोचना के घेरे में हैं।
ललित मोदी की नई कलाबाजी
ललित मोदी ने गुरुवार को ट्वीट के जरिए कहा, उनकी लंदन के एक रेस्तरां में प्रियंका गांधी और राबर्ट वाड्रा से मुलाकात हुई थी। उस दौरान डीएलएफ ब्रांड के प्रबंध निदेशक टिम्मी सारना भी थे। यह बात पिछले साल या शायद उससे पहले के साल की है। उन्हें इतना याद तब भारत में यूपीए की सरकार थी। इस ट्वीट को हाथों लेते हुए भाजपा ने कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांग लिया है।