भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्र मोहन राय ने दावा किया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दो साल पहले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का विरोध किया था।
राय ने विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन पर विरोध जताते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के तुरंत बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सुशील कुमार मोदी ने उस समय मुझसे गुजरात के मुख्यमंत्री को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के मेरे अभियान को तत्काल रोकने को कहा था जब हम दोनों पार्टी के अधिवेशन में शामिल होने के लिए गोवा की एक व्यावसायिक उड़ान में आसपास बैठे थे जिसमें नरेंद्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।’’
राय ने दावा किया कि उनके बात नहीं मानने पर सुशील मोदी उनसे नाखुश हो गये। उन्होंने यह दावा भी किया कि केवल इतना ही नहीं था कि सुशील कुमार मोदी भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी का नाम पेश नहीं होने देना चाहते थे बल्कि उन्होंने 2012 में तीसरे कार्यकाल के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी का चुनाव होने के बाद नीतीश कुमार के डर से उन्हें बधाई तक नहीं दी थी।
राय ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री वह सब भूले नहीं होंगे, जो सुशील कुमार मोदी ने उनके प्रधानमंत्री पद के अभियान को रोकने के लिए किया।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें सुशील कुमार मोदी से कोई ईर्ष्या नहीं है और अगर पार्टी सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री के तौर पर उनका चुनाव करती है तो उन्हें खुशी होगी क्योंकि भाजपा के प्रदेश के सभी नेताओं में शीर्ष पद के लिए वह सबसे सक्षम हैं।

