माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या की घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश में हलचल मचा दी है। टीवी कैमरों के सामने पुलिस की मौजूदगी में दोनों भाईयों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना के बाद पूरा विपक्ष उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने में लगा है। यूपी पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गई है। बेटे असद अहमद की एनकाउंटर में मौत के बाद अतीक और अशरफ की हत्या से सियासत गरमाई हुई है।
अतीक अहमद की हत्या के बाद विपक्ष यह सवाल जोरशोर से उठा रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की घटना कैसे हो गई। इसके साथ ही आम जनता की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच आम जनता की अतीक और अशरफ की हत्या पर क्या राय है, जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने उत्तर प्रदेश में सर्वे किया है। सर्वे में लोगों से पूछा गया कि वे अतीक की हत्या की वजह क्या मानते हैं? इस पर लोगों के जो जवाब सामने आए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं।
सर्वे में शामिल 29 फीसदी लोगों का मानना है कि राज खुलने के डर के कारण अतीक और अशरफ की हत्या की गई। वहीं, 27 फीसदी लोग ये मानते हैं कि सरकार को बदनाम करने के मकसद से यह हत्या की गई, जबकि 19 फीसदी लोगों ने इसे गैंगवार बताया है। इसके अलावा, 8 फीसदी लोगों ने इसे आपसी रंजिश बताया और 17 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें पता नहीं।
सर्वे में यह भी सवाल किया गया कि क्या यह हत्या पुलिस की नाकामी है। इसके जवाब में 35 फीसदी लोगों ने माना कि अतीक की हत्या पुलिस की नाकामी है। वहीं, 33 प्रतिशत लोगों ने नहीं में जवाब दिया है, जबकि 32 फीसदी लोगों ने पता नहीं कहा।
अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में तीन आरोपियों लवलेश तिवारी, सोनी सिंह और अरुण मौर्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। अतीक और अशरफ को रुटीन मेडिकल चेकअप के लिए हस्पिटल लाया गया था। तभी मीडिया ने उन्हें हॉस्पिटल के बाहर घेर लिया और अतीक के बेटे असद अहमद के जनाजे में नहीं जाने को लेकर सवाल करने लगे। इतने में शूटर ने अतीक के सिर पर पिस्टल रखकर गोली चला दी और फिर अशरफ को भी गोली मार दी। यह घटना टीवी कैमरों के सामने हुई। तीनों आरोपी मीडियकर्मी बनकर वहां आए थे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बिना किसी चेकिंग के कैसे मीडियाकर्मियों को वहां आने की अनुमति दी गई। अतीक की हत्या से दो दिन पहले ही उसके बेटे और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद अहमद की झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। उसी दिन उमेश पाल हत्याकांड मामले में ही अतीक की कोर्ट में पेशी थी।