मोदी सरनेम मामले को लेकर राहुल गांधी को 13 अप्रैल तक सूरत कोर्ट ने जमानत दे दी है। अब इस मामले को लेकर अगली सुनवाई 13 अप्रेल को होगी। वहीं 2 साल की सजा की याचिका पर 3 मई को कोर्ट सुनवाई करेगा।

मोदी सरनेम टिप्पणी पर मानहानि मामले में सजा सुनाए जाने के 11 दिन बाद आज सोमवार (3 अप्रैल, 2023) को राहुल गांधी सूरत सेशन कोर्ट में अपील करने पहुंचे थे। फिलहाल राहुल गांधी सूरत कोर्ट से निकल गए हैं। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता ‘राहुल गांधी ज़िंदाबाद’ के नारे लगा रहे हैं।

राहुल के साथ प्रियंका गांधी भी सूरत पहुंची हैं। इसके अलावा राहुल के पक्ष में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल समेत अन्य कांग्रेस नेता भी सूरत में मौजूद हैं।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी को जमानत मिलने पर कहा कि वह डरपोक हैं इसलिए इतने सारे नेताओं को अपने साथ लेकर पहुंचे हैं। यह कोर्ट को डराने की कोशिश है। राहुल गांधी एक मुजरिम हैं जो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं।

सूरत की अदालत के फैसले के बाद राहुल गांधी को लोकसभा से सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद कांग्रेस ने देशभर में बड़े स्तर पर विरोध दर्ज कराया था।

कोर्ट के फैसले के 11 दिन बाद राहुल गांधी आज सूरत कोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। प्रियंका को दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट में राहुल गांधी के साथ देखा गया था।

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वायनाड के पूर्व सांसद को कर्नाटक में 2019 में उनकी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर मानहानि के एक मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने 23 मार्च को दोषी ठहराया और दो साल की सजा सुनाई थी।

गांधी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने यह कहने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया था कि “सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे होता है?”

भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में एक मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा अपनी सजा के खिलाफ सूरत की अपीलीय अदालत में अपील दायर करने के लिए अपने परिवार और पार्टी नेताओं के साथ राहुल गांधी की जमकर आलोचना की।